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यदि इन वाहनों की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक होती है तो उनका ऑनलाइन चालान कट जाता है जिसका भुगतान उन्हें ऑनलाइन ही करना पड़ता है यदि आप दूसरे राज्य से भी है तो भी आपको इसका एक मैसेज रिसीव होता है उसे…और पढ़ें
चालान करते हुए जवान
कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित किया जा रहा है. यहां के प्रसिद्ध मंदिर और पर्यटक स्थल हर दिन हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. इसके कारण सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है. ऐसे में कई बार बड़े हादसे भी होते हैं, जिससे लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है.
जिला पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जगह- जगह पर नाके लगाए हैं और ओवर स्पीडिंग के चालान काटने की प्रक्रिया शुरू की है. पुलिस विभाग के जवान लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करते हैं. स्पीड गन नामक यंत्र से वाहनों की स्पीड को आंका जाता है और वाहन की नंबर प्लेट को रीड कर जानकारी जुटाई जाती है. इसके बाद वाहन चालक को चालान का मैसेज भेजा जाता है और इस तरह से चालान किए जा रहे हैं.
रूटीन चेकिंग और ऑनलाइन चालान
यदि आप पठानकोट- मंडी नेशनल हाईवे पर सफर कर रहे हैं, तो सावधान रहें. पुलिस विभाग के जवान रूटीन चेकिंग के लिए जाते हैं, जहां बिना वाहनों को रोकते हुए वाहनों की स्पीड को आंका जाता है. यदि वाहनों की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक होती है, तो उनका ऑनलाइन चालान कट जाता है, जिसका भुगतान उन्हें ऑनलाइन ही करना पड़ता है. दूसरे राज्य से आने वाले वाहन चालकों को भी इसका मैसेज प्राप्त होता है, जिसमें दिए गए लिंक से चालान का भुगतान किया जा सकता है.
1500 रुपए कट रहे हैं चालान
हेड कांस्टेबल विजेंद्र ने बताया कि यह रूटीन चेकिंग का हिस्सा है, जिसके जरिए यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों के चालान काटे जाते हैं. उन्होंने बताया कि चालान की राशि 1500 रुपए होती है.