आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में प्लाज्मा के जरूरतमंदों को अब भागदौड़ से छुटकारा मिलेगा. यहां के मंडलीय अस्पताल के ब्लड बैंक में एक ऐसी फ्रिज लगाई गई है जिससे पल भर में ही प्लाज्मा को फ्रिज किया जा सकेगा. इससे मरीजों को बेहतर प्लाज्मा तुरंत उपलब्ध हो सकेगा. रक्तदाताओं की सुविधा को देखते हुए शासन की तरफ से ब्लड बैंक में 50 लाख रुपए की लागत से ब्लास्ट फ्रिज लगाया गया है जिससे जरूरतमंदों को बेहतर प्लाज्मा उपलब्ध हो सके.
समय पर प्लाज्मा की आपूर्ति हो सकेगी पूरी
ब्लड बैंक में लगाए गए हाईटेक ब्लास्ट फ्रिज से निकलने वाला प्लाज्मा 5 साल तक सुरक्षित रखा जा सकेगा. इससे पहले ब्लड बैंक के द्वारा प्लाज्मा घंटों तक जमाया जाता था इसके बाद यह मरीज के उपचार के लिए उपलब्ध हो पता था. इस मशीन के लग जाने से मरीज को तत्काल ही जरूरत के अनुसार प्लाज्मा उपलब्ध कराया जा सकेगा. इससे समय पर उनका उपचार हो सकेगा. इस ब्लास्ट फ्रिज के लगने से ब्लड बैंक में स्टोर प्लाज्मा की गुणवत्ता पहले से बेहतर हो सकेगी.
–96 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहेगा तापमान
ब्लड डोनेट होने के बाद उसे तीन भाग में फिल्टर किया जाता है. पीआरबीसी जिसे सामान्य खून कहा जाता है. इसके साथ प्लेटलेट्स को अलग किया जाता है जो कि जरूरत पड़ने पर मरीज को दिया जाता है. तीसरा होता है प्लाज्मा. प्लेटलेट्स और प्लाज्मा को ब्लड बैंक में अलग-अलग तापमान पर रखा जाता है. प्लाज्मा को –40 सेंटीग्रेड पर रखा जाता है तो यह एक साल तक सुरक्षित रहता है. अब मशीन के माध्यम से इसे –96 डिग्री सेंटीग्रेड तक रखा जाएगा तो इसे 5 साल तक सुरक्षित रखा जा सकेगा.
रोजाना 25 यूनिट प्लाज्मा की है जरूरत
प्लाज्मा जितना जल्दी फ्रिज हो जाता है उसकी गुणवत्ता उतनी ही अच्छी मानी जाती है. सामान्य फ्रिज प्लाज्मा को फ्रीज करने में 20 से 22 घंटे तक का समय लेती हैं. इससे गुणवत्ता प्रभावित होती थी. अब ब्लास्ट फ्रिज मिलने के बाद गुणवत्ता बेहतर होगी. गौरतलब है कि आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में ब्लड बैंक में प्रतिदिन 20 से 25 यूनिट प्लाज्मा की डिमांड है. बड़े ऑपरेशन जैसे जलने वाले मरीज, हड्डी के ऑपरेशन और न्यूरो सर्जरी सहित अन्य जोखिम ऑपरेशन में मरीजों को प्लाज्मा की जरूरत पड़ती है. इसकी आपूर्ति अब आसानी से मंडलीय चिकित्सालय में स्थित ब्लड बैंक से हो सकेगी.
FIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 23:22 IST