जयपुर. जयपुर अपनी ऐतिहासिक इमारतों और किलों महलों की वजह से अपनी खास पहचान रखता है लेकिन यहां के आर्टिस्ट की आर्ट भी जयपुर को खास बनाती है, जिन्होंने दुनियाभर में अपनी कला का लोहा मनवाया है. यहां के आर्टिस्टों के हाथों में अनोखा हुनर बसता हैं जो उन्हें महान कलाकार बनाता है.
ऐसे ही हैं जयपुर के रहने वाले स्कल्चर कलाकार तिलक गिताई जिन्होंने अब तक 10 हजार पेंटिंग बनाई है और 2017 में अपनी अनूठी कला के लिए पद्मश्री से सम्मानित भी हो चुके हैं. तिलक गिताई को एक दर्जन से भी अधिक अवॉर्ड दिए जा चुके हैं. वह अपनी रागमाला पेंटिंग के लिए सबसे ज्यादा फेमस हैं.
गिताई की आर्ट से चौंक गई थी इंदिरा गांधी
तिलक गिताई बताते हैं कि वह पेंटिंग के अलावा मिनिस्टर आर्टिस्ट हैं जिन्होंने सैकड़ों की संख्या में मेटल के जीव जंतु तैयार किए हैं, जो बिल्कुल जीवित रूप में दिखाई देते हैं. एक बार तिलक गिताई को स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नेशनल अवार्ड देने के लिए हाई-टी पर दिल्ली बुलाया. वहां उन्होंने ने मेटल से बनाई मक्खी इंदिरा की प्लेट पर रखी दी. तो इंदिरा ने वेटर को डांटते हुए कहा कि ये प्लेट इतनी गंदी कैसे है तो वेटर ने जवाब दिया यह मक्खी तिलक गिताई की आर्ट है, जो हूबहू असली मक्खी की तरह दिखाई देती हैं, यह देखकर इंदिरा हैरान रह गई और हंसते हुए कहा कि ये वाकई हैरान करने वाली आर्ट है.
गिताई की गैलरी को देखने आते हैं PHD स्टूडेंट्स
तिलक ने मिनिएचर पेंटिंग और स्कल्चर में बेहतरीन कार्य किया है उनके इसी कार्य को आज देश विदेश के स्टूडेंट्स अध्ययन कर रहे हैं और कुछ छात्र PHD भी कर चुके हैं. आपको बता दें 75 साल के तिलक गिताई ने मुंबई से इंटरमीडिएट किया और राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट जयपुर से डिप्लोमा से अपने आर्ट की शुरुआत की थी. 1974 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए किया और फ्रीलांस के रूप में अपने काम की शुरुआत की थी. तिलक गिताई की पेंटिंग से राग और रागनियां निकलती हैं इस संदर्भ में उनकी एक किताब भी प्रकाशित हुई जिसका नाम था ‘द रागमाला मिसिंग लिंक’ है. वर्तमान समय में तिलक गिताई ने जयपुर के निर्माण नगर में राष्ट्रीय स्तर की आर्ट गैलरी तैयार की है जो आगामी पीढ़ी के कलाकारों के लिए तैयार की जा रही है.
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FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 16:46 IST