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जंगली जानवरों को रेस्क्यू करने के लिए अधिकतर कुत्ते को पिंजरे में रखा जाता है. पैंथर अधिकतर कुत्ते का शिकार करता है और उसकी खास भोजन माना जाता है.
दौसा. दौसा में पिछले करीब 5 दिनों से पैंथर का मूवमेंट देखने को मिल रहा था. कई बार सीसीटीवी कैमरे में भी पैंथर नजर आया था. इसी को देखते हुए वन विभाग की टीम पूरी तरह अलर्ट थी और पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पिंजरा लगाया गया था. पिछले दो दिनों से पैंथर के पगमार्क भांकरी रोड पर मिल रहे थे, ऐसे में वन विभाग की टीम ने भांकरी रोड पर पिंजरा लगाया तो उसमें रात के समय पैंथर कैद हो गया.
पिछले दिनों दौसा के सरिस्का से एक बाघ आ गया था और बाघ ने तीन लोगों पर हमला कर दिया था. जिसके तीन दिन बाद बाघ को रैणी कस्बे से रेस्क्यू किया गया था. वहीं लगातार जिले भर में जरखों का लगातार मूवमेंट भी देखा जा रहा है पिछले दिनों कालाखों गांव में भी दो जरखों जोरदार लड़ते हुए दिखाई दिए थे.
शिकार के लालच में आया पैंथर
जब वन विभाग के द्वारा पैंथर या अन्य जंगली जानवरों को रेस्क्यू किया जाता है तो पिंजरे में शिकार के लिए एक जानवर को रखा जाता है और उसके लालच में आकर पैंथर या अन्य जंगली जानवर पिंजरे में प्रवेश कर जाते हैं और पिंजरा पीछे से बंद हो जाता है. जंगली जानवरों को रेस्क्यू करने के लिए अधिकतर कुत्ते को पिंजरे में रखा जाता है. पैंथर अधिकतर कुत्ते का शिकार करता है और उसकी खास भोजन माना जाता है.
फॉरेस्टर उमेद सिंह ने बताया कि पिछले 5 दिन से भांकरी रोड पर लगातार पैंथर के पगमार्क देखे जा रहे थे. सीसीटीवी में भी पैंथर का मूवमेंट कैद हो गया था जिससे आसपास के लोगों में पैंथर का डर बना हुआ था और पैंथर के डर के मारे लोग घरों से रात के समय बाहर नहीं निकल रहे थे लेकिन अब पैंथर को रेस्क्यू कर लिया है जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर से छुटकारा मिल गया है. लोगों का कहना है कि अब पैंथर को पकड़ लिया है तो पैंथर का अब डर नहीं रहा है जिससे अब आसानी से लोग भी खेतों में जा सकेंगे.
पैंथर का करवाया जाएगा स्वास्थ्य परीक्षण
उमेद सिंह ने बताया कि अब पैंथर को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद वन क्षेत्र में छोड़ा जाएगा. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि फिर भी पैंथर के पगमार्क नजर आते हैं तो वापस पिंजरा लगाया जाएगा. हो सकता है कि एक से अधिक पैंथर दौसा शहर के आसपास मूवमेंट कर रहे हैं.