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राजमे की देशभर में खूब मांग रहती है. राजमा का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. इसकी खेती में कम पानी में आप अच्छी पैदावार कर सकते हैं. यह फसल 90 दिनों में तैयार हो जाती है.
अररिया. राजमा पोषक तत्वों से भरपूर एक दलहनी फसल है. देशभर में इसकी खूब मांग है. राजमा का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. बीते कुछ वर्षों से रबी सीजन में राजमा की खेती मैदानी इलाकों में होने लगी है. अगर किसान राजमा की उन्नत किस्मों की खेती करें तो उन्हें काफी फायदा हो सकता है. आइए जानते हैं राजमा की उन्नत किस्में और खेती करने का तरीका.
आजकल बिहार के अररिया के कई किसान पारंपरिक फसलों को छोड़कर नई फसलें उगाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. राजमा किसानों के लिए एक सफल नया प्रयोग बनकर उभरा है. हम आपको एक ऐसे ही किसान की कहानी बताएंगे, जो बिहार के अररिया का रहने वाला है. किसान ने अपने चार एकड़ जमीन पर राजमा की खेती कर रहे हैं और इससे लाखों की कमाई कर रहे हैं.
कहां से मंगवाते हैं राजमा के बीज
अररिया जिले के भरगामा प्रखंड अंतर्गत धनेश्वरी पंचायत के किसान उमेश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि ये राजमा का बीज बनमनखी बाजार से मंगवाते हैं. उन्होंने बताया कि ये बीज बहुत अच्छा होता है. यहां के किसान राजमा की खेती से कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.
राजमा की खेती से कमाया जाता है लाखों का मुनाफा
उमेश कुमार ने उन्होंने बताया कि चार एकड़ में राजमा लगाया है. यह फसल पारंपरिक फसलों से बिल्कुल अलग हो गई है और कम समय और कम लागत में अच्छा मुनाफा देने वाली फसल बन गई है. उन्होंने ने बताया कि 90 दिनों में राजमा की खेती से 4 से 5 लाख रुपए कमा रहे हैं, और यह फसल 90 दिनों में तैयार हो जाती है.
कम बारिश में भी फायदा
उमेश कुमार ने बताया कि कम बारिश होने के बावजूद इस फसल में कोई दिक्कत नहीं होती है क्योंकि इस फसल में महज दो बार सिंचाई करना जरूरी होता है. आजकल इस फसल की लोकप्रियता बढ़ रही है और किसान अब इसे फायदे का सौदा मानने लगे हैं. किसान उमेश कुमार ने कहा, इस फसल का गणित यह है कि यह कम जगह में और कम समय में अच्छा उत्पादन देती है.