परमजीत /देवघर: हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका घर सुंदर, सुकूनभरा और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हो. घर बनाते समय लोग अक्सर वास्तुशास्त्र की अनदेखी कर देते हैं, जो न केवल घर की खूबसूरती को प्रभावित करता है, बल्कि जीवन में समस्याएं भी उत्पन्न करता है. खासतौर पर घर की सीढ़ियों की दिशा का वास्तुशास्त्र में बहुत महत्व है. देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने इस विषय पर अपनी महत्वपूर्ण सलाह दी है.
वास्तुशास्त्र और घर की सीढ़ियां
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की सीढ़ियों को सही दिशा में बनाना आवश्यक है. यदि सीढ़ियां गलत दिशा में बनाई जाएं, तो इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है और घर में दुर्भाग्य, पारिवारिक कलह, और आर्थिक संकट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. पंडित नंदकिशोर मुद्गल के अनुसार, घर के मुख्य हिस्सों जैसे मुख्य दरवाजा, लिविंग रूम, और सीढ़ियों की दिशा पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
सीढ़ियों की गलत दिशा के प्रभाव
ज्योतिषाचार्य मुद्गल का कहना है कि घर में सीढ़ियां यदि ब्रह्म स्थान (घर का मध्य) या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में बनाई जाएं, तो यह अत्यधिक अशुभ मानी जाती हैं. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है, जिससे पारिवारिक सदस्यों के बीच कलह, स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक नुकसान जैसी परिस्थितियां बनती हैं. इसके अलावा, सीढ़ियों के नीचे बाथरूम, रसोई या पूजा स्थान बनाना भी वास्तु के अनुसार गलत है. ऐसा करने से घर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
सीढ़ियों की शुभ दिशा
पंडित मुद्गल बताते हैं कि वास्तु के अनुसार घर की सीढ़ियां हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनानी चाहिए. यह दिशा सीढ़ियों के लिए सबसे शुभ मानी जाती है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और पारिवारिक शांति बनी रहती है. दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनी सीढ़ियां घर को स्थिरता प्रदान करती हैं और यह परिवार की समृद्धि और विकास में मदद करती हैं.
सीढ़ियां बनवाते समय ध्यान दें ये बातें
सीढ़ियों की दिशा: हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में सीढ़ियां बनाएं.
सीढ़ियों के नीचे निर्माण: सीढ़ियों के नीचे बाथरूम, रसोई या पूजा घर न बनाएं.
सीढ़ियों का डिज़ाइन: सीढ़ियां घुमावदार और बंद होनी चाहिए, ताकि ऊर्जा का संतुलन बना रहे.
प्रवेश की दिशा: सीढ़ियों का प्रवेश घर के मुख्य दरवाजे से सीधे न हो.
घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने का उपाय
अगर किसी कारणवश सीढ़ियों को सही दिशा में नहीं बनाया गया है, तो ज्योतिषाचार्य कुछ उपाय भी सुझाते हैं. जैसे, वास्तु दोष निवारण के लिए पीतल के वास्तु यंत्र का उपयोग करें या सीढ़ियों के पास तुलसी का पौधा लगाएं. इससे नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 16:01 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.