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किसान आंदोलनः शंभू बॉर्डर नहीं लांघ पाए, दिनभर होता रहा बवाल…अब दोबारा कब दिल्ली की तरफ बढ़ेंगे किसान?

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चंडीगढ़. किसानों का दिल्ली कूच का ऐलान कामयाब नहीं हो पाया. शुक्रवार को हरियाणा के अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर दिनभर हंगामा होता रहा. यहां पर किसानों ने जहां पर बैरिकैडिंट को उखाड़ा फेंका. वहीं जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे. हालांकि, इस गहमागहमी के बीच किसान बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ सके और दोबारा पीछे हट गया. दावा है कि इस दौरान छह किसान घायल भी हुए हैं. उधर, शनिवार को अब किसान दिल्ली नहीं जाएंगे, लेकिन 8 दिसंबर को फिर से 101 किसानों का जत्था दिल्ली जाने की कोशिश करेगा.

दरअसल, किसान नेताओं ने ऐलान किया था कि 100 किसानों का दल दिल्ली के लिए पैदल मार्च करेगा. हालांकि, हरियाणा सरकार की तरफ से इन किसानों को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई और अंबाला में धारा 163 (पहले 144) लगाई गई. हालांकि, किसान दिल्ली जाने की जिद्द पर अड़े रहे.

शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर की तरफ बढ़ा. इस दौरान घग्गर पुल पर लगाई की कंटीली तारों को किसानों ने उखाड़ना शुरू किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू किए. इस दौरान टीयर गैस के शेल किसानों को लगे और छह किसान घायल हो गए, इनमें कुछ बुजुर्ग किसान भी थे. किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि अब किसान सरकार से वार्ता के लिए इंतजार करेंगे और शनिवार को दिल्ली कूच नहीं होगी. वह 8 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक का इंतजार करेंगे और उसके बाद 101 किसानों का जत्था फिर से दिल्ली के लिए मार्च करेगा.

किसानों पर सीएम नायब सिंह सैनी का बड़ा बयान

किसानों के दिल्ली मार्च पर सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि पीएम ने किसानों के हित में बहुत काम किए हैं. जब से देश आजाद हुआ तो सबसे ज्यादा पीएम ने उनके बारे में सोचा और आज तक किसी सरकार ने ऐसे कदम नहीं उठाए. पिछली सरकारों में किसी ने इतना सोचा होता तो आज ऐसी स्थिति न आती. हम 14 फसलें एमएसपी पर खरीदी हैं और अब पूरी सौ परसेंट फसलें एमएसपी पर खरीदने का निर्णय लिया है. पंजाब की सरकार उनकी बातें सुननी चाहिए. सीएम ने कहा कि कांग्रेस किसानों पर राजनीति कर रही है, लेकिन किसानों का सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस ने किया है. सीएम ने पंजाब के किसान ही आंदोलन में शामिल होने पर कहा कि पंजाब के सीएम को उनकी बातें सुननी चाहिए और मैं मानता हूं कि मान साहब सुनेंगे.  दीपेन्द्र हुड्डा पर सीएम ने कहा कि तख्ती लेकर खड़े थे, परंतु तख्तियों पर यह भी लिखते कि इतने साल सत्ता पर काबिज रहे तो किसानों के लिए क्या किया. ये सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.

Tags: Farm laws, Farmer Agitation, Farmer and BJP Worker, Kisan Aandolan, Kisan Andolan



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