धीर राजपूत/फिरोजाबाद: अगर आप भी लहसुन की खेती करते हैं और अच्छी पैदावार करना चाहते हैं तो खेतों में रासायनिक खाद का उपयोग कम करना चाहिए. लहसुन की खेती के लिए बुआई के बाद उसकी निराई और गुड़ाई की भी जरूरत होती है. किसान भाई लहसुन की अच्छी पैदावार के लिए कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करते हैं, जिससे खेती की मिट्टी को काफी नुकसान भी होता है.
वर्मी कंपोस्ट से अच्छी होती है लहसुन की पैदावार
फिरोजाबाद कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ नौशाद आलम ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि लहसुन की खेती करने के लिए दोमट मिट्टी का उपयोग करना चाहिए. किसान भाई खेतों में लहसुन की अधिक पैदावार के लिए तरह तरह की डीएपी खाद का प्रयोग करते हैं. जिससे खेत की मिट्टी को काफी नुकसान होता है. लहसुन की खेती के लिए किसान भाइयों को वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करना चाहिए जिससे लहसुन की अच्छी पैदावार होगी. वहीं उन्होंने कहा कि लहसुन की बुवाई के बाद उसकी सिंचाई बेहद जरूरी है. किसान भाई खरपतवार के लिए कीटनाशक दवाओं का उपयोग न करके उनकी निराई करें इससे अच्छी पैदावार होगी.
बेड विधि से करें लहसुन की बुवाई, एक हेक्टेयर में लगेगा 80 kg बीज
कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि किसान भाई अपने खेतों में बेड विधि से लहसुन की खेती करें. इससे कम लागत में अच्छी पैदावार होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों में दो तरह के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं. जिसमें पतला बीजऔर मोटा बीज की बुवाई से अच्छी इनकम होती है. वहीं एक हेक्टेयर में कम से कम 80 हजार की लागत आती है. इसके बाद सही विधि से लहसुन की खेती करने से अच्छी इनकम होती है.
FIRST PUBLISHED : November 18, 2024, 14:34 IST