पश्चिम चम्पारण. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वाल्मीकिनगर रेंज के समीप सते गांव आजकल भालुओं, मगरमच्छों एवं सांपों के गढ़ बने हुए हैं. बीते एक सप्ताह से हर दिन वाल्मीकि नगर के विभिन्न क्षेत्रों में बसे घरों से विषैले एवं दुर्लभ सांपों का रेस्क्यू किया जा रहा है. मंगलवार को भी कुछ ऐसे में मामले सामने आए हैं. पहला मामला थापा टोला से सामने आया, जहां एक विषैला काला करैत सांप रिहायशी क्षेत्र में घुस गया. गनीमत इस बात की है कि वन विभाग की टीम ने समय रहते उसे सुरक्षित कब्जे में लिया. दूसरी घटना भरियारी गांव की है, जहां एक घर में भारी-भरकम अजगर पाया गया. यहां भी सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सावधानी से अजगर का रेस्क्यू किया और उसे जंगल में छोड़ दिया.
क्यों घट रही हैं ऐसी घटनाएं
जानकार बताते हैं कि बरसात तथा ठंड की वजह से सांप जैसे कोल्ड ब्लडेड जीव अक्सर गर्म जगहों की तलाश में रहते हैं. ऐसे में घर उनके लिए बेहद सटीक स्थान हैं.घने जंगल के समीप बसे होने की वजह से मुख्य रूप से सांपों का रुख जंगल से बाहर रिहायशी इलाकों में बढ़ा है. आश्चर्य की बात यह है कि प्रभावित क्षेत्रों में अबतक अजगर, कोबरा, करैत, धामिन, गेंहूअन, तक्षक नाग, काॅपर हेडेड ट्रिंकेड सांप, नारंगी सांप, बैंबू पिट वाइपर, रसल वाइपर, कोड़ा सांप (सुगिया सांप) इत्यादि जैसे सांपों से इंसानों का सामना हो
चुका है .इनमें से ज्यादातर सांप जहरीले हैं, तो कुछ सांप बेहद दुर्लभ भी हैं.
वन विभाग ने की सतर्क करने की अपील
जंगल के समीप बसे क्षेत्रों से लगातार ऐसे मामले सामने आता देख, वन विभाग भी अचंभित है. गंभीर मामलों को देखते हुए इन क्षेत्रों में बसे लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें. इसके साथ ही वन विभाग ने सांपों से बचाव के लिए कुछ बेहद ही कारगर तकनीक का ज़िक्र किया है. जानकारों का कहना है कि सांपों से बचने के लिए लोगों को कुछ विशेष चीजों का अनुसरण करना चाहिए.
सांपों से बचने के लिए करें ये उपाय
जानकारों का कहना है कि जंगल से सटे या तटीय क्षेत्रों में लोगों को हर दिन मच्छरदानी लगाकर सोना चाहिए, ताकि सांपों से अनजाने में संपर्क से बचा जा सके.
घर के आस-पास झाड़ियों और घास को साफ रखें, जहां सांपों के छिपे रहने की संभावना प्रबल होती है.
जूतों और बिस्तरों की जांच करें, खासकर सुबह तथा रात के समय.
सांप दिखने पर वन विभाग या विशेषज्ञों से तुरंत संपर्क करें और स्वयं किसी भी प्रकार की कार्रवाई ना करें.
सोने के पहले अपने बिस्तर को अच्छी तरह से जांच कर सोएं.
मांसाहारी व्यंजन खासकर मछली बनाने के बाद स्थान को अच्छे से साफ कर लें.
चूहे जहां अधिक हैं, वहां विशेष निगरानी रखें.
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FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 13:13 IST