जयपुर: जयपुर के भांकरोटा इलाके में शुक्रवार अलसुबह एलपीजी टैंकर को एक ट्रक द्वारा टक्कर मारे जाने के बाद लगी आग ने 30 से अधिक वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया. इस घटना में आठ लोग जिंदा जल गए तथा 35 अन्य झुलस गए. 35 लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से कुछ वेंटिलेटर पर हैं. ये हादसा इतना भयानक था कि देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और वहां से गुजर रही एक बस समेत कई, कार उसकी चपेट में आ गए. चश्मदीदों के अनुसार, आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से नजर आ रही थीं और राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा ‘‘आग के गोले’’ में तब्दील हो गया था. उधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि घायलों में से करीब आधों की हालत ‘बेहद गंभीर’ है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर शोक जताते हुए मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. राष्ट्रपति ने भी हादसे में लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे के बारे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात कर जानकारी ली. मुख्यमंत्री शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा तथा गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम घटनास्थल पहुंचे. मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच करवाएंगे और घायलों के इलाज की व्यवस्था की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि हादसा अलसुबह करीब पौने छह बजे हुआ. शुरुआती जानकारी के अनुसार जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भांकरोटा के पास एलपीजी टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और वहां से गुजर रही एक बस सहित अनेक ट्रक, कार उसकी चपेट में आ गए. घटना के वीडियो में लोग जान बचाने के लिए भागते नजर आए और शुरुआत में स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया.
अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी में कम से कम 31 वाहनों के जलने की सूचना है जिनमें 29 ट्रक तथा दो बस शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, आशंका है कि संभवत: अचानक आग की चपेट में आने से कुछ लोग अपने वाहनों से बाहर नहीं निकल पाए और अंदर ही जल गए. सभी वाहनों की गहन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और स्वास्थ्य मंत्री खींवसर सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल पहुंचे, जहां झुलसे हुए लोगों को भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों और चिकित्सकों से बात की और उचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और पुलिस अधिकारियों से भी बात की. खींवसर के अनुसार, ‘‘स्थिति को संभालने के लिए सभी चिकित्सकों, रेजिडेंट चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को बुलाया गया. मरीजों के उपचार के लिए एक और वार्ड खोला गया है. कुछ लोगों को नजदीकी अस्पतालों में प्राथमिक उपचार दिया गया है.’’ दुर्घटना स्थल से एसएमएस अस्पताल तक ‘‘ग्रीन कॉरिडोर’’ बनाया गया.
घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बहुत ही दर्दनाक घटना है. मैं अस्पताल जाकर आया हूं. मैंने वहां उचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं. हम घटना की विस्तृत जांच करवाएंगे. घायलों के इलाज की व्यवस्था करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे हादसों को किस तरह से रोका जाए इस पर भी सरकार निश्चित रूप से विचार करेगी. प्रशासन पूरी तरह से लगा (बचाव कार्य में) हुआ है.’’ इस दौरान उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, जिलाधिकारी जितेंद्र सोनी तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा गया, ‘‘ राजस्थान में जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर हुए हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं. उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायल को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.’’
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘राजस्थान के जयपुर में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दुःखद है. इस हादसे में अपना जीवन गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात हुई. स्थानीय प्रशासन घायलों को तुरंत उपचार प्रदान करने का काम कर रहा है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जयपुर में सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना करती हूं. उनके परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं! मेरी प्रार्थना है कि घायल हुए लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों.’’
अधिकारी के अनुसार, ‘‘राजसमंद से जयपुर आ रही एक निजी स्लीपर बस दुर्घटना के समय गैस टैंकर के पीछे थी. बस में सवार यात्रियों के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास जारी हैं. जले हुए वाहनों को राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाया जा रहा है ताकि यातायात बहाल हो सके.’’
जयपुर के पुलिस कमिश्नर आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया, ‘‘एलपीजी टैंकर से एक ट्रक टकरा गया. इससे टैंकर के पीछे का नोजल टूट गई और गैस लीक हो गई, जिससे भीषण आग लग गई.’ टैंकर के पीछे के वाहनों में आग लग गई. दूसरे ओर से आ रहे अन्य वाहन भी इसकी चपेट में आ गए. अचानक हुई घटना के कारण वाहन आपस में टकरा गए.’’ जोसेफ ने कहा, ‘‘गैस लीक होने के कारण इलाका ‘‘गैस चैंबर’’ जैसा बन गया. आग बहुत तेजी से फैल गई, जिससे वाहनों के अंदर बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला.’’
घटना के वीडियो में आग की लपटों में घिरे कुछ लोगों को वाहन से बाहर भागते हुए और जलते कपड़े निकालते देखा जा सकता है. बताया जा रहा है कि दुर्घटना वाले इलाके में अनेक पक्षी भी मृत मिले हैं और स्थानीय लोगों ने धुएं के कारण आंखों में खुजली तथा सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है.
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्राथमिक सूचना पर मानसरोवर दमकल केंद्र से कुछ दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन बाद में अन्य केंद्रों से भी दमकल गाड़ियां भेजी गईं.’’क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की एक टीम भी घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची.
अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों की ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पाइप बनाने वाली एक फैक्टरी भी तबाह हो गई और पाइप पिघल गए हैं. हादसे में राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 300 मीटर का हिस्सा प्रभावित हुआ, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई.
एक स्कूल वैन चालक ने बताया कि आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं और वहां अफरातफरी मची हुई थी.
पीड़ितों के परिजनों की मदद के लिए जिला प्रशासन की एक टीम अस्पताल में मौजूद है. जयपुर पुलिस ने दुर्घटना में घायलों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 20, 2024, 15:30 IST