Homeउत्तर प्रदेशजीएसटी के खेल ने बर्बाद किया धंधा, अब सरकारी बजट पर टिकी...

जीएसटी के खेल ने बर्बाद किया धंधा, अब सरकारी बजट पर टिकी हैं अलीगढ़ के लोगों की उम्मीदें

-


Last Updated:

देश का आम बजट आने को है. किसी भी उद्योग से जुड़े हुए लोगों को बजट से बहुत उम्मीद होती है कि सरकार उनके लिए बजट में कुछ ना कुछ नया लेकर आए जो उनके हित के लिए हो.

X

देश का आम बजट आने वाला है,अलीगढ़ के ताला उद्योग से जुड़े लोगों को है बजट से उम्मीद

अलीगढ़: देश का आम बजट आने को है. किसी भी उद्योग से जुड़े हुए लोगों को बजट से बहुत उम्मीद होती है कि सरकार उनके लिए बजट में कुछ ना कुछ नया लेकर आए जो उनके हित के लिए हो. अलीगढ़ को विश्व में ताला नगरी के नाम से भी जाना जाता है. यहां ताला व हार्ड वेयर एक कुटीर उद्योग के तौर पर भी है. आने वाले बजट से अलीगढ़ के ताला व हार्डवेयर उद्योग से जुड़े लोगों को बहुत उम्मीदें हैं. लोकल 18 की टीम ने इस मसले पर इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से बात की. उनका मानना था कि यदि जीएसटी पर सरकार अगर रियायत दे, तो उद्योग और नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा.

जीएसटी स्लैब को कम करें

जानकारी देते हुए अलीगढ़ में हार्डवेयर कारोबारी ऐश्वर्य खंडेलवाल ने बताया कि नए बजट से हमें दो-तीन उम्मीदें हैं. जैसे, सबसे पहले जीएसटी स्लैब को कम कर देना चाहिए, रॉ मटेरियल पर महंगाई बहुत ज्यादा है उसको भी देखना चाहिए. तीसरा, चीन से जितना भी इंपोर्ट होता है उस पर इंपोर्ट ड्यूटी डबल या ट्रिपल कर देना चाहिए, ताकि इंडियन कारोबारी को ज्यादा हार्डवेयर बनाने का मौका मिले. सबसे पहले इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा देनी चाहिए जो कि इतनी नहीं थी पिछली बार, इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से क्या होगा कि हमारे यहां पर रोजगार ज्यादा होगा. लोग ज्यादा से ज्यादा अपने बिजनेस को बढ़ाएंगे. नई फैक्ट्री लगाएंगे हार्डवेयर बनाने के लिए, उससे बेरोजगारी का रेशियो भी कम होगा.

इम्पोर्ट माल अंडर बिलिंग आता है

वहीं, एक और कारोबारी संजय ने बताया कि आने वाले बजट से उम्मीद यह है कि जैसा हम सोचते आए हैं कि जीएसटी स्लैब चेंज होना चाहिए जिससे हम रीजनेबल रेट पर कस्टमर को माल बेच सकें और इंडियन माल ज्यादा से ज्यादा बेच सकें. प्रॉब्लम यह कि जो भी इम्पोर्ट माल आता है वह अंडर बिलिंग आता है, तो वहां पर जीएसटी का काफी फर्क आ जाता है. इस चक्कर में इंडियन माल महंगा है यानी हमारा हिंदुस्तानी माल महंगा है और जो इंपोर्टेड माल आ रहा है वह सस्ता पड़ता है. इसलिए, व्यापारी को ज्यादा मार्जिन इंपोर्टेड मॉल में मिलता है, तो वह वही सेल करना चाहता है.

चीन का माल सस्ता

प्रॉब्लम यह है कि जो चीन से माल आ रहा है वहां मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट हमारे इंडिया से लगभग आधी से भी कम पड़ती है, तो हमारा ऑलरेडी माल महंगा पड़ता है बनाने में, उसके बाद भी वह वहां से अंडर बिलिंग आ रहा है. हमें 18% जीएसटी देना है तो वह माल मार्केट में बहुत ज्यादा महंगा हो जाता है. अलीगढ़ में जितना कारोबार होता था हार्डवेयर का उतना से आधा रह गया है. गवर्नमेंट इसके ऊपर ध्यान दें.

जीएसटी कम हो तो कारोबार बढ़े

फैक्ट्री में प्रोडक्शन का काम देखने वाले पवन कुमार ने बताया कि बजट से उम्मीद है कि अगर जीएसटी 18 % के बजाय 9% हो जाए तो कारोबार बढे़ और कोरोना कल से बेरोजगारी बहुत बढ़ गई है. धंधे पर बहुत फर्क पड़ा है. उम्मीद कर रहा हूं कि जीएसटी कम हो ताकि कारोबार बढ़े. इसलिए मैं जीएसटी 9% की उम्मीद करुंगा. ईपीएफ पर भी ब्याज बढ़ाना चाहिए.

homeuttar-pradesh

जीएसटी बिगाड़ रही है ताला नगरी का खेल, इस बार के बजट से है अलीगढ़ को उम्मीद



Source link

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
spot_img

Latest posts