रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव अब खत्म हो चुका है, जिसके नतीजे 23 नवंबर को सामने आएंगे. हालांकि इससे पहले अलग-अलग एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किया है. हालांकि पिछले दो चुनावों में एग्जिट पोल चुनावी नतीजों के आसपास भी नहीं दिखा है. इसका असर झारखंड विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल पर दिखा है. दरअसल, लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल और नतीजों में जमीन आसमान का अंतर था. लेकिन सवाल यह है कि क्या हेमंत सोरेन फिर से सत्ता में वापस आएंगे या एनडीए के नेता बाबूलाल मरांडी का सत्ता वनवास खत्म होगा?
एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी को 400 सीट के करीब दिखाया गया था. लेकिन जब नतीजे सामने आए तो बीजेपी महज 241 सीटों पर सिमट गई. इसके अलावा हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाया गया. लेकिन सरकार बनी बीजेपी की. ऐसे में एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं, जिसके कारण अधिकांश टीवी चैनलों ने झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए एग्जिट पोल दिखाने से परहेज किया.
इसके अलावा, झारखंड में दूसरे चरण का मतदान समाप्त होने के बाद बुधवार शाम जारी एग्जिट पोल में राज्य में एनडीए को बढ़त मिलने का संकेत दिया गया है. झारखंड के लिए वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी. झारखंड में, सात में से तीन एग्जिट पोल ने 81 सदस्यीय सदन में विपक्षी एनडीए को स्पष्ट बढ़त दी, एक ने करीबी लड़ाई का संकेत दिया, और दो ने इंडिया गठबंधन को बहुमत दिया है. एक एग्जिट पोल में किसी भी गठबंधन को बहुमत नहीं दिया गया.
झारखंड में भी ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है. सात में से तीन सर्वे ने भगवा गठबंधन को स्पष्ट बढ़त दी है, जबकि टाइम्स नाउ-जेवीसी ने संकेत दिया है कि एनडीए को फायदा हो सकता है, लेकिन इंडिया गठबंधन 41 सीटों के बहुमत के निशान के बहुत करीब है. दैनिक भास्कर ने किसी भी गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है, जिससे कांटे की टक्कर का संकेत मिल रहा है. दो सर्वेक्षणकर्ताओं ने इंडिया गठबंधन को बहुमत दिया है.
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FIRST PUBLISHED : November 21, 2024, 07:15 IST