मोहम्मद सरफराज आलम/ सहरसा: यदि आप चेहरे के दाग-धब्बों, झाइयों या अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं से परेशान हैं और कई इलाज करवाने के बाद भी निराश हो चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए है. 11 दिसंबर को पटना में टोरोलेजर मशीन लॉन्च होने जा रही है, जो कुछ ही मिनटों में चेहरे की समस्याओं का समाधान करेगी. यह देश में पहली बार पेश की जा रही अत्याधुनिक मशीन है. इसके लॉन्च के दौरान इटली के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. ग्यूसटिनो फ्रांसिस्को भी उपस्थित रहेंगे.
प्रसिद्ध त्वचा रोग विशेषज्ञ करेंगे लॉन्च
सहरसा जिले के कहरा निवासी और जाने-माने त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिजीत झा 11 दिसंबर को इस मशीन का उद्घाटन करेंगे. इटली की कंपनी डेका द्वारा निर्मित टोरोलेजर मशीन को पटना के कंकड़बाग स्थित विजय नगर एनबीसीसी टावर के समीप उनके निजी क्लीनिक में लॉन्च किया जाएगा.
टोरोलेजर की खासियतें
डॉ. अभिजीत झा ने बताया कि यह मशीन चेहरे की समस्याओं के इलाज में एक क्रांति साबित होगी. टोरोलेजर मशीन का उपयोग दाग-धब्बे, झाइयां, काले निशान, टैटू हटाना, मस्से और तिल का इलाज जैसी समस्याओं के समाधान के लिए किया जाएगा. इस मशीन से बिना दर्द और कम समय में चेहरे की सभी प्रकार की समस्याओं का इलाज किया जा सकेगा, जिससे त्वचा को खूबसूरत और बेदाग बनाया जा सकेगा.
डॉ. अभिजीत झा का वैश्विक योगदान
डॉ. झा त्वचा रोग चिकित्सा के क्षेत्र में देश-विदेश में अपना परचम लहरा चुके हैं. उन्होंने एक्जिमा, सफेद दाग, लिप डिजीज और हेयर ग्रोथ से संबंधित कई विषयों पर शोध किए हैं. उनके शोध अमेरिका, कनाडा, फिलीपींस, और पोलैंड जैसे देशों में सराहे गए हैं.
– चर्चित ‘जनरल ऑफ अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी’ में उनके 100 से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं.
– वह बिहार में डर्माटोस्कोपी का प्रयोग शुरू करने वाले पहले चिकित्सक हैं.
मरीजों के लिए नई उम्मीद
टोरोलेजर मशीन के लॉन्च से त्वचा संबंधी समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के बीच खुशी का माहौल है. 11 दिसंबर को, डॉ. अभिजीत झा और इटली के डॉ. ग्यूसटिनो फ्रांसिस्को, इस मशीन की मदद से पहली बार मरीजों का इलाज करेंगे.
चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति
डॉ. झा ने कहा, “टोरोलेजर मशीन चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगी. यह दुनिया की सबसे आधुनिक और उन्नत तकनीक है, जो लोगों को उनकी त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करेगी.
टोरोलेजर मशीन के लॉन्च के साथ, भारत में त्वचा के इलाज के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होगा. यह तकनीक न केवल तेज और प्रभावी है, बल्कि मरीजों के लिए एक बड़ी राहत भी है. 11 दिसंबर का यह दिन चिकित्सा के क्षेत्र में ऐतिहासिक साबित हो सकता है.
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FIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 18:15 IST