सिरोही: रोशनी और खुशियों का पर्व दीपावली अब फिर से मिट्टी के दीपकों के साथ मनाने का चलन बढ़ रहा है. इलेक्ट्रिक लाइट्स के प्रचलन के बावजूद, सिरोही जिले में मिट्टी के दीपकों की मांग में इजाफा हुआ है, जिससे कुम्हार समाज को इस साल अच्छी बिक्री की उम्मीद है.
जिले में 150 से अधिक परिवार दीपावली के लिए लाखों मिट्टी के दीपक का स्टॉक तैयार कर रहे हैं. इस बार इन दीपकों को नए डिजाइन में करवे, गुल्लक और अन्य मिट्टी के उत्पादों के साथ आकर्षक तरीके से तैयार किया जा रहा है. आबूरोड के कुम्हार मोहल्ले में लगभग 50 परिवारों ने मिट्टी के दीपकों और अन्य सजावटी वस्तुओं का निर्माण शुरू कर दिया है. इन वस्तुओं में रंग-बिरंगे गुल्लक, मिट्टी की गोल्डन क्रॉकरी, राजस्थानी महिला-पुरुष की मूर्तियां और अन्य जानवरों की कलाकृतियां भी शामिल हैं, जो बच्चों के लिए खास आकर्षण का केंद्र हैं.
प्रधानमंत्री की अपील से बढ़ी मांग
मिट्टी के गुल्लक को पेंट कर रही रितिका प्रजापत ने लोकल-18 को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर साल की अपील से मिट्टी के दीपकों की मांग में वृद्धि हुई है. उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी अपील से परिवारों को आर्थिक संबल मिला है और इस बार भी दीपक और अन्य मिट्टी की वस्तुओं की अच्छी बिक्री की उम्मीद है. कई परिवार इन दीपकों से अपनी आजीविका चलाते हैं और इस साल उनकी दिवाली भी खुशहाल हो सकती है.
डोरेमॉन गुल्लक और मिट्टी के खिलौनों की मांग
पिंकी प्रजापत ने बताया कि मिट्टी के दीपकों के अलावा, बच्चों में मिट्टी के खिलौने, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां और लोकप्रिय कार्टून कैरेक्टर जैसे डोरेमॉन के गुल्लक भी खासे पसंद किए जा रहे हैं. उनके परिवार के आठ सदस्य मिलकर दीपक और अन्य वस्तुएं तैयार कर रहे हैं, जिनकी दीपावली पर अच्छी बिक्री की उम्मीद है.
Tags: Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 18:38 IST