मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट में किया जा सकता है दिल्ली के निगम बोध श्मशान घाट का इतिहस काफी पुराना हैराष्ट्रीय राजधानी का सबसे व्यस्त घाट ऐतिहासिक लाल किला के पास है
नई दिल्ली. लगातार दो बार देश की बागडोर संभालने वाले पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का दिल्ली एम्स में गुरुवार को रात 9:51 बजे हो गया था. मनमोहन सिंह की तबीयत आवास पर ही अचानक से बिगड़ गई थी. उन्हें तत्काल एम्स लाया गया. ICU में विभिन्न विभागों के डॉक्टर्स की टीम की निगरानी में उनका इलाज शुरू किया गया था. तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. मनमोहन सिंह ने 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन की सूचना से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई. सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है. अब पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किए जाने की चर्चा है.
निगम बोध घाट दिल्ली में यमुना नदी के तट पर स्थित है. यह ऐतिहासिक लाल किले के पीछे दिल्ली के रिंग रोड के समीप है. निगम बोध घाट पर यमुना तक जाने वाले स्नान और घाटों की पूरी श्रृंखला है. निगम बोध घाट दिल्ली का सबसे पुराना श्मशान घाट है. यह सबसे व्यस्त घाटों में से एक है, जहां हर दिन औसतन 50-60 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. निगम बोध घाट में साल 1950 के दशक में निर्मित एक इलेक्ट्रिक शवदाह गृह भी है. साल 2006 में नगर निगम ने यहां CNG से चलने वाले एक और शवदाह गृह का निर्माण कराया गया था.
पौराणिक मान्यता
ऐसा माना जाता है कि घाटों की स्थापना सबसे बड़े पांडव भाई और इंद्रप्रस्थ के राजा युधिष्ठिर द्वारा की गई थी. वर्तमान में निगम बोध घाट दिल्ली का सबसे व्यस्त श्मशान घाट है, जहां हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाता है. भगवान शिव को समर्पित नीली छतरी मंदिर (मान्यता के अनुसार जिसे युधिष्ठिर ने स्थापित किया था) निगम बोध घाट के द्वार के निकट स्थित है. निगम बोध घाट को लेकर अन्य कई मान्यताएं भी हैं. बताया जाता है कि कोरोना काल के दौरान यहां बड़ी तादाद में लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था.
शीला दीक्षित-अरुण जेटली का यहीं हुआ था अंतिम संस्कार
निगम बोध घाट में कई बड़ी हस्तियों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की कद्दावर नेता शीला दीक्षित का अंतिम संस्कार निगम बोध श्मशान घाट पर ही किया गया था. बता दें कि उनका निधन 20 जुलाई 2019 को हुआ था. वह कई वर्षों तक दिल्ली की सीएम रही थीं. बीजेपी के कद्दावर नेता, जानेमाने वकील और केंद्रीय मंत्री रहे अरुण जेटली का अंतिम संस्कार भी निगम बोध श्मशान घाट पर ही किया गया था. जेटली का निधन 24 अगस्त 2019 में हुआ था. वह कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके थे.
Tags: Manmohan singh, National News
FIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 05:01 IST