Homeदेशन NEET, न Jee एडवांस का झंझट, IIT बांबे से बेहतर कॉलेज...

न NEET, न Jee एडवांस का झंझट, IIT बांबे से बेहतर कॉलेज में एडमिशन, कोर्स खत्म होने से पहले लाखों में पैकेज!

-


देश में आईआईटी बांबे सबसे अव्वल संस्थान है. इसमें एडमिशन मिलने भर से बच्चे को सेट मान लिया जाता है. परिवार की बांछे खिल जाती हैं. ऐसा हो भी क्यों न. इस संस्थान से बीटेक करने वाले बच्चों को करोड़ रुपये सालाना तक के पैकेज ऑफर किए जाते हैं. हालांकि, यह सब आसान नहीं है. आईआईटी जैसे संस्थानों में दाखिले के लिए बच्चों को कमरतोड़ मेहनत करनी पड़ती हैं. उन्हें जी मेन्स और फिर जी एडवांस जैसी कठिनतम परीक्षाओं में सबसे अव्वल आना पड़ता है.

लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा. दरअसल, देश में एक ऐसा संस्थान खुल रहा है जिसकी अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग आईआईटी बांबे से भी बेहतर है. क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग (QS World University Rankings 2025) में आईआईटी बांबे 118वें पायदान पर है. वहीं आईआईटी दिल्ली 150वें स्थान पर हैं. ये देश के सबसे बेहतरीन संस्थान हैं. दूसरी तरह हम जिस संस्थान की बात कर रहे हैं वह इसी क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में 80वें पायदान पर है. इसका नाम है ब्रिटेन का साउथेम्पटन विश्वविद्यालय.

अब आप सोच रहे होंगे कि इसका आईआईटी से तुलना का क्या लॉजिक है. दरअसल, ब्रिटेन का यह प्रसिद्ध विश्वविद्यालय जल्द ही भारत में अपना कैंपस खोलने जा रहा है. इसने भारत में अपने विदेशी कैंपस में अगले आठ साल में 30 पाठ्यक्रम पेश करने और 5,000 से अधिक छात्रों को दाखिला देने की योजना बनाई है. भारत में किसी विदेशी विश्वविद्यालय का यह पहला कैंपस है.

दिल्ली-एनसीआर में कैंपस
यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल एंड इंगेजमेंट मामलों के उपाध्यक्ष एंड्रयू आथर्टन ने अपने एजेंडे के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बनने वाले कैंपस का संचालन अगले साल शुरू होगा. उन्होंने कहा कि साउथेम्पटन कैंपस की तुलना में भारतीय कैंपस में ट्यूशन फीस 40 प्रतिशत कम होगी और दाखिले की प्रक्रिया समान होगी. भारत सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में इस प्रख्यात विश्वविद्यालय को देश में कैंपस स्थापित करने के लिए आशय पत्र प्रदान किया था.

ऑस्ट्रेलिया के डीकिन विश्वविद्यालय और वोलोंगोंग विश्वविद्यालय पहले ही गुजरात के गिफ्ट सिटी में कैंपस स्थापित कर चुके हैं, हालांकि साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय यूजीसी मानदंडों के तहत भारत में कैंपस स्थापित करने वाला पहला विदेशी विश्वविद्यालय होगा.

आर्थटन ने कहा कि पहले आठ से 10 वर्षों में 5,500 छात्रों को दाखिला देने का लक्ष्य है. इसलिए पहले साल कम छात्रों को दाखिला दिया जाएगा. हम शुरुआत में छह पाठ्यक्रम पेश करेंगे, जिनमें चार स्नातक और दो स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम होंगे. उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रत्येक वर्ष, हम दो से चार नए कार्यक्रम पेश करेंगे और धीरे-धीरे 30 से ज्यादा पाठ्यक्रम पेश किए जाएंगे, जिनमें से लगभग 20 स्नातक जबकि 12 स्नातकोत्तर होंगे.

Tags: Iit, IIT Bombay



Source link

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
spot_img

Latest posts