रांची. कई बार बच्चे बहुत मन लगाकर पढ़ते हैं, लेकिन फिर भी एग्जाम में अच्छे मार्क्स नहीं आ पाते. दिन रात मेहनत करने के बाद भी टॉप नहीं कर पाते. ऐसे में उनके मन में सवाल आता है कि आखिर गलती कहां हो रही है. दरअसल, पढ़ाई करने की भी एक जगह होती है और एक तरीका होता है. वास्तु के अनुसार, पढ़ाई करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना होता है.
झारखंड की राजधानी रांची के ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे (रांची यूनिवर्सिटी से ज्योतिष शास्त्र में गोल्ड मेडलिस्ट) ने लोकल 18 को बताया कि आपको जहां मन वहां पर पढ़ने बैठ जाएंगे तो वैसे पढ़ाई नहीं होती. इसकी एक जगह निर्धारित होती है. इसलिए कई बार लोग घंटों पढ़कर भी कुछ नहीं कर पाते और कुछ लोग सिर्फ कुछ घंटे पढ़कर ही टॉप कर लेते हैं.
वास्तु के अनुसार ऐसे पढ़े बच्चे
ज्योतिषाचार्य संतोष कुमार चौबे ने बताया कि वास्तु के अनुसार बच्चों को हमेशा पूर्व व उत्तर की तरफ मुंह करके पढ़ना चाहिए. भूलकर भी दक्षिण की तरफ मुंह करके नहीं पढ़ना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा आती है और आप जितनी भी मेहनत करें आपका मन भटकेगा ही और आपको वैसा फल नहीं मिलेगा. वहीं पूर्व और उत्तर की दिशा में आपका मन काफी शांत रहेगा, क्योंकि यहां पर सरस्वती देवी जी का वास होता है और सकारात्मक ऊर्जा आती है.
पढ़ने से पहले गायत्री मंत्र का जाप
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा अपने स्टडी रूम के उत्तर या पूर्व दिशा में माता सरस्वती जी का एक फोटो लगाने से, वहां की सकरात्मक ऊर्जा में और वृद्धि हो जाती है. पढ़ने से पहले गायत्री मंत्र का जाप करना भी अत्यधिक लाभ देने वाला होता है. ऐसे में आपका मन बड़ा शांत व एकाग्रता काफी बढ़ती है और चीज बहुत जल्दी समझ आने लगती है. ऐसा करने से आप कुछ ही हफ्तों में देखने लगेंगे कि 8 घंटे की पढ़ाई 2 से 3 घंटे में ही हो जाएगी.
लेट कर ना पढ़ें
संतोष कुमार चौबे ने बताया कि कभी भी भूलकर लेट कर न पढ़ें. इससे नकारात्मक ऊर्जा आती है और आलस पैदा होता है. हमेशा एक टेबल चेयर की मदद लेकर अच्छे से बैठकर पढ़ें और पढ़ने के पहले हाथ पैर धोकर सरस्वती मां को प्रणाम करके ही पढ़ने बैठें. साथ ही, हमेशा पढ़ने का टाइम शेड्यूल बनाकर पढ़ें. जब मन किया तब बुक निकाल कर बैठ गए, ऐसा नहीं होता. डिसिप्लिन के साथ पढ़ने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और शनि देव जब प्रसन्न होते हैं तो कठिन से कठिन परीक्षा भी आसान हो जाती है.
(नोट – यह खबर ज्योतिष आचार्य द्वारा बातचीत कर रखी गई है. लोकल 18 इसकी पुष्टि नहीं करता.)
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FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 12:42 IST