किसान हमेशा से फसल के अवशेषों और पराली को निपटाने की चुनौती का सामना करते आए हैं. पहले पराली जलाने से ये समस्या सुलझाने की कोशिश की जाती थी, लेकिन इससे पर्यावरण और मिट्टी पर बुरा असर पड़ता था. अब, कृषि वैज्ञानिकों और आधुनिक यंत्रों की मदद से किसानों को पराली न जलाने और इसे सही तरीके से नष्ट करने के उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है. ऐसे में, मल्चर जैसे यंत्र न सिर्फ खेतों की उर्वरता बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि ये पराली जलाने से होने वाले नुकसान से भी बचाते हैं.
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