कांगड़ा: बाथू की लड़ी के नाम से मशहूर पर्यटन स्थल एक बार फिर से गुलजार होने को तैयार है. दरअसल, काफी लंबे समय के बाद यह मंदिर पानी के ऊपर अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है. बता दें कि बाथू की लड़ी मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जनपद में मौजूद है. इस मंदिर से जुड़ी रहस्यमयी कहानियां लोगों को आज भी चकित करती हैं. इस मंदिर को एक चमत्कार माना जाता है. मंदिर परिसर की शिलाओं पर भगवान विष्णु, शेष नाग और देवियों इत्यादि की कलाकृतियां रहस्यमयी कहानियां दर्शाती हैं.
बाथू की लड़ी मंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है कि साल के करीब 8 महीने यह महाराणा प्रताप सागर झील के अंदर डूबा रहता है और इस दौरान कोई भी इस मंदिर के दर्शन करने की हिम्मत नहीं करता. हालांकि, अब मंदिर पानी से बाहर आना शुरू हो गया. माना जा रहा है कि जल्द ही पानी उतर जाएगा और मंदिर के दर्शन हो सकेंगे. हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से बाथू की लड़ी मंदिर करीब 278 किमी की दूरी पर है. इसके अलावा धर्मशाला से 64 किमी और मैक्लोडगंज से करीब 70 किमी की दूरी पर यह पर्यटन स्थल है.
अब पर्यटकों का लगेगा तांता
लगभग 8 महीने के अंतराल के बाद मंदिर के फिर से दर्शन हो पाएंगे. ऐसे में यहां के दर्शन करने का इंतजार कर रहे पर्यटकों के लिए यह जरूरी जानकारी है. अब उन्हें बाथू मंदिर के दर्शन किए बिना नहीं जाना पड़ेगा. यहां पर वोटिंग की सुविधा भी है, जिसके चलते आप इस यात्रा का दोगुना मजा ले सकते हैं. माना जा रहा है कि 4 महीने तक भक्त यहां दर्शन कर सकेंगे.
लोगों को मिलेगा रोजगार
स्थानीय निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि यह काफ़ी खुशी की बात है कि लंबे अंतराल के बाद बाथू की लड़ी मंदिर के दर्शन हो पाएंगे. साथ ही यहां अब लोगों की आवाजाही भी बढ़ेगी, जिससे निश्चित तौर पर आम व्यापारियों और स्थानीय लोगों को मुनाफा होगा. स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे, जिससे आर्थिक स्थित मजबूत होगी.
FIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 14:13 IST