पश्चिम चम्पारण. खेती-बागवानी करने वाले किसानों के लिए कीटों का प्रबंधन बड़ी समस्या होती है.ज्यादातर किसान फसलों को कीटों के प्रकोप से बचाने लिए रसायन का इस्तमाल करते हैं. लेकिन इससे खर्च में बढ़ोतरी और फसलों की गुणवत्ता में कमी आती है. आज हम आपको एक ऐसे कारगर यंत्र के बारे में बताने वाले हैं, जो कीटों के लिए किसी हनी ट्रैप की तरह काम करता है.
कृषि वैज्ञानिक बताते हैं इस यंत्र का नाम फेरोमोन ट्रैप है.जो दिखने में एक छोटे से डिब्बे की तरह होता है. इसकी कीमत सिर्फ 200 रुपए होती है.यदि किसान भाई इसे अपनी खेतों या बगीचों में लटका देते हैं, तो इससे वहां आने वाले सभी कीटों को बड़ी आसानी से कैद किया जा सकता है.
ऐसे काम करेगा फेरोमोन ट्रैप
माधोपुर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ.धीरू कुमार तिवारी बताते हैं खेती, बागवानी करने वाले सभी किसानों को अपने फसलों के पास फेरोमोन ट्रैप ज़रूर लगाना चाहिए. दरअसल यह एक डिब्बानुमा ट्रैप है. इसके अंदर लगे ल्योर में मादा कीट की गंध रहती है. इस गंध को पाकर फलों और सब्जियों पर लगने वाले कीट खिंचे चले आते हैं और डब्बे के अंदर कैद हो जाते हैं. इस प्रकार मादा कीट की गंध का झांसा देकर नर कीटों को बंद कर दिया जाता है. इसलिए इन कीटों की संख्या में विस्तार नहीं हो पाता है और कीट प्रबंधन भी बेहद सटीक रूप से हो जाता है.
सिर्फ 200 रूपए में करें कीड़ों का उपाय
डॉ. धीरू बताते हैं इस ट्रैप की कीमत सिर्फ 200 रुपए होती है. इसमें लगा ल्योर आराम से महीनों चल जाता है. हालांकि ल्योर खत्म होने पर आप इसे आसानी से खरीद सकते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि अलग अलग फलों एवं सब्जियों के अनुसार, ट्रैप में ल्योर का इस्तेमाल किया जाता है. एक एकड़ वाले फलों के बगीचे में 8 से 10 फेरोमोन ट्रैप ही लगा सकते हैं. एक बार इसे लगा देने पर कीट प्रबंधन के लिए रसायन के छिड़काव की भी जरूरत नहीं होती है. ट्रैप जब कीटों से भर जाए तो उसे खाली करके फिर से टांग दें.
FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 13:06 IST