जहानाबाद : आम की अच्छी उपज के लिए बागवानों को अभी से ही तैयार करने की जरूरत है. फलों को हानिकारक कीटों से बचाने के लिए नवंबर और दिसंबर का महीना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. इस वक्त पेड़ में कई कीटों के अटैक की संभावनाएं रहती है, जिससे बचाव बहुत जरूरी है. इसके लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव ससमय जरूरी है. इसके अलावा टहनियां की छंटाई भी जरूरी है. इससे न केवल कीट का प्रकोप पेड़ से कम होता है, बल्कि पैदावार भी अच्छी होती है. इसके लिए Local 18 की टीम ने कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के कीट एक्सपर्ट डॉ. वाजिद हसन से पूरी बातें जानने की कोशिश की.
एक्सपर्ट के मुताबिक, आम के फसल में अगले महीने से यानी जनवरी से मंजर आने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इस स्थिति से पहले आम के पेड़ों की देखभाल बेहद जरूरी हो जाता है. अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो हमारी अच्छी उपज नहीं हो सकती है. ऐसे में कुछ बातों का ख्याल रखना पड़ता है, जैसे आपको हाई डेंसिटी ऑर्चर्ड को जहां-जहां पेड़ घना हो जाते हैं वहां की टहनियों को कटाई और छंटाई करना जरूरी होता है. ऐसा करने से बहुत सारे कीड़े लगने की संभावनाएं एकदम कम हो जाती है. हॉपर का अटैक काम हो जाता है, वे पेड़ों की टहनियों में ही छुपे रहते हैं. इसके अलावा पेड़ों के तने में अच्छे से धूप हवा लगती है. इससे पौधा भी स्वस्थ रहता है.
दो बार स्प्रे करना जरूरी
एक्सपर्ट ने बताया कि इसके अलावा अभी दिसंबर का महीना चल रहा है आम के पौधों पर एक स्प्रे करना जरूरी रहता है. इसमें कॉपर ओक्सी क्लोराइड 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी, प्लानो फिक्स 1 एमएल 5 लीटर पानी और थियामेथोक्सम 1 ली. पानी में तीनों मॉलिक्यूल को मिलाकर एक स्प्रे अभी कर देने से किट लगने की संभावना काम हो जाती है. ध्यान रहे की फूलों के समय में कोई भी स्प्रे नहीं करना होता है. जैसे ही फूल खत्म हो और आम की साइज मसूर के आकार का हो तो उसे समय में भी इन्हीं मॉलेक्युलिस को इतनी मात्रा में लेकर स्प्रे करने से जो भी रोग लगते हैं, उससे मुक्ति मिल जाएगी.
ऐसा करने से पेड़ से नहीं झड़ेंगे फल
कीट एक्सपर्ट ने यह कहा कि आम का साइज जब चने का आकार का हो तो उसे समय में 2% बोरोन का स्प्रे करना जरूरी होता है. ऐसा करने से आम के फल झड़ने और फटने की जो समस्याएं होती है, वह बिल्कुल कम हो जाएगी. अगर आपने इस एक-दो महीने के अंदर आम के पौधों पर दो स्प्रे और बचाव हेतु कटाई छटाई टहनियां की हो जाए तो आपके पेड़ में फलों की संख्या बढ़ जाएगी.
अच्छी उपज होने की संभावना बनी रहेगी. आपने अक्सर यह देखा होगा कि जब तेज हवा चलती है और आंधी आ जाती है तो फल से लदे पेड़ के सारे फल टूट कर जमीन पर गिर जाते हैं इससे किसानों को काफी नुकसान सहना पड़ता है और उनकी पूंजी पर भी काफी असर पड़ता है. ऐसे में समय रहते बचाव हेतु यह उपाय कर लिए जाएं तो नुकसान से किस बच सकते हैं.
Tags: Bihar News, Jehanabad news, Local18
FIRST PUBLISHED : December 22, 2024, 22:47 IST