आदित्य आनंद/गोड्डा. जिले में इस बार बिरसा हरित ग्राम बागवानी योजना से 803 एकड़ में फलदार पौधे लगाए जाएंगे. मनरेगा के तहत यह पौधरोपण किया जाएगा. यह राज्य की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. इसके तहत गोड्डा जिले में इस साल 2000 एकड़ में योजना को पूरी करने का लक्ष्य रखा गया था. जिलेभर में कुल 942 लाभुकों का चयन किया गया, जिसमें सबसे अधिक पथरगामा, पोड़ैयाहाट व बोआरीजोर के हैं. इसके अलावा गोड्डा और महगामा में इस योजना को लागू किया जाएगा.
गोड्डा के महागामा प्रखंड कार्यालय के बीपीओ पुरुषोत्तम कुमार ने लोकल 18 को बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास कम से कम 1 एकड़ या हाफ एकड़ (17 कट्ठा) जमीन होना आवश्यक है. इसके बाद मुखिया, पंचायत सचिव या ग्राम सेवक के जरिए आवेदन कर सकते हैं. इसके स्वीकृत होने पर सरकार आपको एक एकड़ के 112 और हाफ एकड़ के लिए 56 फलदार पौधे देगी. इसमें अधिकतर पौधे आम के होंगे, जिनमें आम्रपाली और मल्लिका का पौधा शामिल है. बगान के चारों और घेराबंदी के साथ शीशम और सागवान के पौधे भी लगाने को दिए जाते हैं. योजना के तहत सरकार आपको पौधे से लेकर खाद तक उपलब्ध कराती है. पौधों को पूरी तरह से विकसित होने में 5 वर्ष का समय लगता है, जिसके बाद आप इस बागवानी का आर्थिक लाभ उठा पाएंगे.
बीपीओ पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि योजना के तहत 1 एकड़ में बागवानी करने के लिए किसान को 112 पौधे दिए जाते हैं. पौधे लगाने के बाद इसके देखरेख की जिम्मेवारी पूरी तरह किसान की होती है. 5 साल बाद एक पेड़ में तकरीबन 18 से 20 क्विंटल तक आम हर सीजन में होता है. यानी कि किसान दो से तीन वर्षों की मेहनत कर जीवनभर इस योजना से मुनाफा कमा सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : July 8, 2024, 14:24 IST