बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में एक एनकाउंटर ने अपराध की रफ्तार रोक दी थी. जिसके कारण बेगूसराय पूरे राज्य में चर्चा का केंद्र बन गया. और इसी दौरान 2012 बैच के आईपीएस आकाश कुमार सुर्खियों में आए. बताया जाता है कि माओवादियों, नक्सलियों और अपराधियों का गढ़ बेगूसराय में चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के इलाके से दहशत फैलाई जाती थी. इस इलाके का मोस्ट वांटेड अपराधी सुमंता, धर्मा और बलीराम के डर से शाम होते ही लोगों का घर से निकलना बंद हो जाता था. इस दौरान बेगूसराय में SP के रूप में अवकाश कुमार की पोस्टिंग हुई. उस दौरान इस गैंग ने एक दो हत्याओं की वारदात को अंजाम दिया था. जिसके बाद IPS अवकाश ने क्राइम कंट्रोल को लेकर ट्रिपल एनकाउंटर कर डाला.
इस मामले में 8/2019 चेरिया बरियारपुर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. साल 2019 में बेगूसराय पुलिस के द्वारा जिस इलाके में एनकाउंटर की घटना को अंजाम दिया गया था. लोकल 18 बिहार ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पूरे मामले की पड़ताल की. तकरीबन 7 साल बाद जाकर, जब IPS अवकाश कुमार पटना के एसएसपी बनाए गए हैं. कुख्यात अपराधी धर्मा के भाई ने बताया मेहदा शाहपुर गांव के गर्मी इनार से उत्तर मुशहरी बोन बहियार में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ जिस पेड़ के पास हुई थी, उस पेड़ में आज भी 10 से ज्यादा गोलियों के निशान मौजूद हैं. स्थानीय लोगों ने एनकाउंटर के बाद राहत की सांस ली थी. अपराध पर नियंत्रण कर बेगुसराय के लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने में अगर किसी आईपीएस का नाम सबसे आगे आता है तो वह अवकाश कुमार हैं.
एनकाउंटर के बाद हो गया था तबादला
कड़क अफसर के रूप में पहचाने जानें वाले IPS अवकाश कुमार ने साल 2019 में बेगूसराय में एसपी रहते हुए 3 एनकाउंटर किए थे. यही नहीं 2020 में बेगूसराय के एसपी रहते केंद्रीय मंत्री बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह से भिड़ चुके हैं. जिसके बाद सरकार के भी निशाने पर रहे. ट्रिपल एनकाउंटर मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग ने भी हत्या बताया था जिसके बाद और भी सुर्खियों में रहे थे. आज भी मामले की जांच चल ही रही है. डीआईजी मनु महाराज का भी इन्हें बेगूसराय में काफी साथ मिला था.
FIRST PUBLISHED : December 29, 2024, 15:51 IST