कोलकाता. बॉर्डर पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को अब एक नया ‘हथियार’ मिला है. इसके लिए बाकायदा उनको ट्रेनिंग भी दी गई है. ये हथियार ऐसा कि इसे ना तो कोई दुश्मन मार पाएगा और ना ही कोई घुसपैठिया इसे अपने काबू में कर सकता है. हां, लेकिन अगर इसने वापस हमला कर दिया तो, सीमा पार से आने वालों को लेने के देने पड़ सकते हैं. पिछले हफ्ते, सीमा सुरक्षा बल के 10-12 जवानों का एक ग्रुप एक खास ब्रीफिंग में हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कादीपुर गांव में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ पर खड़ा था.
जालीदार सूट में सिर से पांव तक ढके ये सभी कमांडो हथियारों से नहीं बल्कि छत्ता ढांचे से लैस थे. दरअसल, वे यह सीख रहे थे कि मधुमक्खियों को कैसे पालते हैं. न्यूज18 के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इस सीमा पर तैनात बीएसएफ यूनिट बांग्लादेश से भारत में होने वाली घुसपैठ को रोक सके. ये ढांचा लकड़ी और जाली से बना एक तरह का बॉक्स होता है, जहां मधुमक्खियों को रखा जाता है. इस बॉक्स में में कई फ़्रेम होते हैं जिनमें मधुमक्खियां अपना छत्ता बनाती हैं.
FIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 17:02 IST