दौसा:- दौसा में बोरवेल में गिरे मासूम को करीब 28 घंटे गुजर जाने के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है. वहीं बीती रात 2 बजे से ही मासूम के अंदर किसी प्रकार की मूवमेंट नजर नहीं आ रही है, जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियों सहित एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों का हौसला भी गिरता जा रहा है. लेकिन जवान हिम्मत दिखाते हुए पिछले 25 घंटे से भूखे रहकर लगातार मासूम को बाहर निकालने का प्रयास करने में जुटे हुए हैं.
पाइलिंग मशीन पहुंची मौके पर
पाइलिंग मशीन अब सवाई माधोपुर से मंगवाई गई है और मशीन मौके पर पहुंच गई है. इस मशीन के माध्यम से दिनभर जेसीबी और एलएनटी मशीन के द्वारा जो गड्ढा बनाया गया था. उसके भीतर डालकर करीब 50 फीट की गहराई का गड्ढा बनाया जाएगा. आर्यन को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए इसी आखिरी मशीन की उम्मीद है.
आर्यन का एक हाथ एनडीआरएफ की रस्सी में फंसा
देसी जुगाड़ से आर्यन को बाहर निकालने के लिए राड के माध्यम से उसके हाथ को फसाया गया था. अब हाथ फसाने के बाद एनडीआरफ की टीम के द्वारा एक रस्सी बोरवेल में डाली गई है और बोरवेल में आर्यन का एक हाथ रस्सी में आ गया है, लेकिन एक उंगली अभी भी बाहर है. इस उंगली को रस्सी में डालने के लिए एनडीआरएफ की टीम के जवान काफी प्रयास कर रहे हैं. लेकिन यह उंगली रस्सी में नहीं आ रही है, जिसके चलते एनडीआरएफ टीम के जवान भी अब हताश नजर आने लगे हैं.
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जानें क्या है पूरी घटना
दौसा जिले के ग्राम पंचायत पापड़दा के कालिखाड़ गांव में कल एक 5 वर्षीय मासूम आर्यन बोरवेल में खेलते समय गिर गया था. जिसके निकालने का प्रयास लगातार 29 घंटे से किया जा रहा है. बोरवेल से 20 मीटर की दूरी पर एक बड़ा गड्ढा खोदा गया है और गड्ढे में दर्जनों जेसीबी मशीन एलएनटी मशीन दर्जनों ट्रैक्टर लगे हुए हैं. सोमवार 4 बजे से मंगलवार शाम 6:30 बजे तक करीब 100 फीट की खुदाई की गई है. वहीं दूसरी तरफ बोरवेल में एनडीआरएफ टीम के द्वारा एक लोहे की राड के माध्यम से लगातार बच्चे को निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 22:13 IST