निशा राठौड़/उदयपुर: वीर योद्धा महाराणा प्रताप और अकबर के युद्ध की कहानी तो सभी जानते हैं. आज हम आपको उनसे जुड़ी उस खास जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां महाराणा प्रताप और उनकी सेना छुप कर रहा करती थी. यह जगह उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर गोगुंदा के पास है. यहां वह गुफा है जहां से इस योद्धा ने दुश्मन को परास्त करने की योजना बनाई थी.
महाराणा से यही पर बनाई से अखबर को सेना से लड़ने की योजना
हम आपको बता रहे हैं गोगुंदा के पास स्थित मायरा की गुफाओं के बारे में. इतिहासकार चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि महाराणा प्रताप से युद्ध करने के लिए अकबर ने करीब 40,000 लोगों की सेना भेजा थी. मानसिंह के नेतृत्व में जब यह सेना हल्दीघाटी के मैदान में युद्ध करने पहुंची तो महाराणा और उनकी सेवा के पास छुपाने के लिए कोई खास जगह नहीं थी. इसके बाद उन्होंने गोगुंदा के करीब मायरा की गुफाओं को अपना खास ठिकाना बनाया था और यहीं पर उनके हथियार भी तैयार किए जाते थे.
आपको बता दें कि उदयपुर के आदिवासी अंचल के लोगों ने भी युद्ध में महाराणा प्रताप का साथ दिया था और उन्हीं के द्वारा ही महाराणा के शस्त्र तैयार किए जाते थे.
आज भी उस जगह पर साल भर बहता है झरना
आपको बता दें की उदयपुर के करीब गोगुंदा कस्बे के पास ही मायरा ये खास गुफाएं आज भी मौजूद हैं. इन गुफाओं की खासियत यह थी कि इसके अंदर महाराणा प्रताप की पूरी सेना छिप जाया करती थी. उदयपुर शहर आने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह खास आकर्षण का केंद्र रहती है. महाराणा प्रताप के बारे में जानने वाले लोग इस खास जगह को जरूर देखना चाहते हैं. यहां पर आज भी महाराणा प्रताप का शास्त्रगाह मौजूद है.
FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 20:38 IST