प्रियांक सौरभ. मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस ने गुरुवार को भी मानव तस्करी में शामिल एक गिरोह का भंडाभोड़ कर चार युवकों को गिरफ्तार किया. साथ ही 19 बच्चों को उनके कब्जे से मुक्त कराया. सभी बच्चे और तस्कर 12407 कर्मभूमि एक्सप्रेस में सवार थे. रेलवे पुलिस सभी बच्चों के एड्रेस को वेरिफाई करने के बाद चाइल्ड लाइन के हवाले कर परिजनों के आने का इंतजार कर रही है. इस बात की जांच में भी जुटी है कि यह गिरोह अब तक कितने बच्चों को बाल श्रम में धकेल चुका है.
मुजफ्फरपुर के ग्रामीण एसपी-रेल एसपी विद्यासागर ने बताया कि गुरुवार को आरपीएफ और जीआरपी ने ‘बचपन बचाओ’ आंदोलन के APO की सूचना पर ऑपरेशन आहट के तहत मानव तस्करी की रोकथाम का अभियान चलाया. गाड़ी संख्या 12407 कर्मभूमि एक्सप्रेस के जनरल कोच की तलाश ली. उन्होंने बताया कि जनरल कोच में कुछ डरे-सहमे बच्चों को बैठे पाया गया. जब इन बच्चों से पूछताछ की गई तो कुछ बच्चों ने बताया कि हमें अंबाला, जालंधर, लुधियाना (पंजाब ) में मजदूरी का काम कराने के लिए ले जाया जा रहा है. हम लोगों को दीपक कुमार, राहुल कुमार, पंचा कुमार एवं रॉबिन मरांडी लेकर जा रहे हैं.
बच्चों को ले जाने वाले व्यक्तियों को ट्रेन उतार कर पूछताछ की गई. गिरफ्तार चारों मानव तस्करों ने पूछताछ में बताया कि मजदूरी करवाने के लिए 19 बच्चों को ले जा रहे थे. इसके एवज में प्रत्येक बच्चे को 8000/- रुपया महीना दिया जाता है.
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रेल एसपी विद्या सागर ने बताया, ‘घटना कल शाम 4 बजे के आसपास की है. 12407 कर्मभूमि एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में कुछ बच्चे डरे सहमे बैठे हुए थे. हमारे रेल निरीक्षक मनीष कुमार ने देखा तो उन्हें शक हुआ. पता चला कि बच्चों को बाल श्रम के लिए पंजाब ले जाया जा रहा है. चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दीपक कुमार मास्टरमाइंड है.’
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FIRST PUBLISHED : November 21, 2024, 21:47 IST