नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ अक्सर चर्चा में बने रहते हैं. सीजेआई चंद्रचूड़ कभी जजों तो कभी वकीलों को समय-समय पर नसीहत देते रहते हैं. न्यायिक प्रक्रिया में सुधार की दिशा में वह बार-बार कदम उठाते रहे हैं. उनकी हर एक एक्टिविटी खबरों की हेडलाइन बनती है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूर्ण मंगलवार तड़के कड़कडुमा कोर्ट परिसर पहुंचे. यहां उन्होंने कड़कड़डूमा, शास्त्री पार्क और रोहिणी में कोर्ट परिसरों का शिलान्यास किया. कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मौजूद थीं. इस दौरान सीजेआई चंद्रचूड़ ने स्टीफन हॉकिंग और कुतुब मीनार वाली कहानी भी सुनाई.
कोर्ट परिसरों का शिलान्यास करने के बाद सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि आज सुबह हमने तीन न्यायालयों की आधारशिला रखी. पपरंपरागत रूप से आधारशिला इमारत की संरचना और दिशा होती है. इमारत में और भी बहुत कुछ है. वे लंबित मामलों को कम करेंगे. हम इन इमारतों को दिल्ली के लोगों को न्याय प्रदान करने के लिए समर्पित करते हैं. ये इमारतें आवास, प्राकृतिक प्रकाश के प्रसार और जल भंडारण की महत्वपूर्ण क्षमता का प्रतीक हैं.
स्टीफन हॉकिंग और कुतुब मीनार का उदाहरण
सीजेआई चंद्रचूड़ ने दिल्ली की गर्मी को लेकर कहा कि इस वर्ष दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी और बारिश हुई. वहां मौजूद वकीलों-जजों और अन्य लोगों से सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमें हरित जीवनशैली को अपनाना चाहिए. उन्होंने नसीहत वाले लहजे में कहा कि हम पेड़ों के सबसे बड़े विध्वंसक हैं, हमें इसका ध्यान रखना चाहिए. ये नींव बहुत महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे एक कहानी याद आ रही है. स्टीफन हॉकिंग दिल्ली की वास्तुकला देखना चाहते थे. ऐसा माना जाता था कि अगर आप कुतुब मीनार को छूते हैं, तो आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी.
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा- न्यायालय की नींव मजबूत होनी चाहिए
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हर मामला न्याय की उम्मीद के लिए दायर किया जाता है. वकीलों और वादियों ने विशेष व्यवस्थाएं बनाईं. न्यायालय सामाजिक इतिहास का संग्रह हैं. हमारी जिला न्यायपालिका न्यायिक गुणों की संरक्षक है. ये मुझे रामा समिति की याद दिलाते हैं. रामा समिति ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रति वफादार रही है. न्यायालय की नींव मजबूत होनी चाहिए. वादियों की सेवा में होना चाहिए. कड़कड़डूमा न्यायालय पर्यावरण के प्रति जागरूक है.
वीके सक्सेना ने की सीजेआई की तारीफ
इस दौरान दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि यह दिल्ली के लिए वाकई एक यादगार दिन है. दिल्ली में 7 कोर्ट कॉम्प्लेक्स हैं. इसलिए और अधिक कोर्ट कॉम्प्लेक्स की मांग थी. न्यायिक प्रणाली को मजबूत करने और असमानता की खाई को पाटने के लिए इसे प्रोत्साहित किया जाएगा. भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश के मार्गदर्शन में सभी अदालतों ने तकनीकी विकास को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. मुझे कोर्ट कॉम्प्लेक्स की समृद्ध विरासत की याद आती है. राउज एवेन्यू कोर्ट में नवीनतम जोड़ के साथ हम अन्य कोर्ट कॉम्प्लेक्स को पीछे छोड़ने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 10:51 IST