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मेट्रो स्टेशन आओ न मिलने…लड़की की मीठी बातों में फंसा 10 साल से फरार बदमाश

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Delhi Police: सुनो, मेट्रो स्‍टेशन आओ न मिलने, कुछ ऐसी ही मीठी-मीठी बातों ने बीते दस सालों से ‘बिल’ में छिपे एक कुख्‍यात अपराधी को बाहर आने पर मजबूर कर दिया. यह मामला दिल्‍ली के उत्‍तरी जिले का है. दरअसल, बीते दस सालों से अनिल उर्फ बंटी नामक एक कुख्‍यात अपराधी और उत्‍तरी जिला पुलिस के बीच मैं डाल-डाल, तू पात-पात का खेल चल रहा था. तमाम कोशिशों के बावजूद अनिल पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा था. इसी बीच, पुलिस सेल को इस कुख्‍यात अपराधी की एक कमजोरी पता चल गई, जिसका फायदा उठाते हुए पुलिस ने दस सालों से चले आ रहे इस खेल को अंजाम तक पहुंचा दिया. 

दरअसल, बीते दस सालों से फरार चल रहे इस कुख्‍यात अपराधी अनिल उर्फ बंटी नाम बदल कर इंस्‍टाग्राम में सक्रिय था. एक दिन अनिल को अपने इंस्‍ट्राग्राम पेज पर एक लड़की की फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट दिखाई दी. इंस्‍टाग्राम पेज पर लगी लड़की की फोटो देखकर अनिल की नियत फिसल गई और उसने फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट को एक्‍सेप्‍ट करने में देर नहीं लगाई. इसके बाद, शुरू हुआ इस लड़की और अनिल के बीच बातचीत का‍ लंबा सिलसिला. इस लड़की ने अनिल को अपने मोहपाश में कुछ इस तरह से फंसाया कि वह उसकी कोई भी बात मानने के लिए तैयार हो गया. इसी बीच, इस लड़की ने अनिल से मिलने की इच्‍छा जाहिर कर दी. 

पहले तो अनिल ने लड़की से मिलने में आनकानी दिखाई, लेकिन लड़की के जिद करने पर वह मिलने के लिए मान गया. मिलने के लिए जगह तय हुई पंजाबी बाग मेट्रो स्‍टेशन. अनिल तय समय पर पंजाबी बाग मेट्रो स्‍टेशन पहुंच गया और उस लड़की का इंतजार करने लगा. इस बीच, इंस्‍टाग्राम वाली लड़की तो नहीं पहुंची, उत्‍तरी जिला पुलिस के ऑपरेशन सेल की टीम जरूर पहुंच गई. दस सालों की लंबी कवायद के बाद अब कुख्‍यात अपराधी अनिल उर्फ बंटी उत्‍तरी जिला पुलिस के गिरफ्त में आ चुका था. अनिल की गिरफ्तारी के बाद उत्‍तरी जिला पुलिस ने एक ऐसा खुलासा कि जिसे सुनकर सभी लोग पूरी तरह से हैरान रह गए. 

उत्‍तरी जिला पुलिस उपायुक्‍त मनोज कुमार मीणा ने बताया कि इस कुख्‍यात अपराधी की तलाश में जुटी ऑपरेशन सेल को उसकी एक कमजोरी पता चल गई थी, जिसका फायदा उठाते हुए पुलिस ने दस सालों से चले आ रहे इस खेल को अंजाम तक पहुंचा दिया है. दरअसल, ऑपरेशन सेल को उस इंस्‍टाग्राम आईडी का पता चल गया, जिसके जरिए अनिल सोशल मीडिया में सक्रिय था. अनिल इस इंस्‍टाग्राम आईडी का इस्‍तेमाल खासतौर पर लड़कियों से बातचीत के लिए करता था. अनिल की इस कमजोरी का पता चलते ही पुलिस ने एक लड़की के नाम से फर्जी इंस्‍टाग्राम आईडी बनाया और उसे फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट भेज दी. 

पुलिस द्वारा बनाए गए फर्जी इसके बाद, इस इंस्‍टाग्राम आईडी के जरिए पुलिस और अनिल के बीच बातचीत शुरू हो गई. पुलिस ने धीरे-धीरे अनिल को अपनी जाल में फंसाना शुरू कर दिया. अनिल को पूरी तरह से भरोसे में लेने के बाद पुलिस ने उसे पंजाबी बाग मेट्रो स्‍टेशन में मिलने के लिए बुलाया. मीटिंग तय होने के बाद पुलिस ने मेट्रो स्‍टेशन के इर्द गिर्द अपना जाल बिछा दिया था. यह कुख्‍यात अपराधी जैसे ही मेट्रो स्‍टेशन पहुंचा, पुलिस की मुस्‍तैद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कुछ इस तरह हनी ट्रैप के जरिए इस कुख्‍यात अपराधी को सलाखों के पीछे भेज दिया.

Tags: Crime News, Delhi news, Delhi police



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