नागौर. मेड़ता रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म संख्या एक और दो पर आने-जाने वाले यात्रियों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. रेलवे द्वारा इसके समाधान के लिए 12 मीटर चौड़े ओवरब्रिज को बनाने कवायद शुरू की गई है. यहां पर पहले फुटब्रिज को तोड़ा जाएगा. रेवेन्यू बढ़ाने के लिए प्लेटफार्म पुल के पास पुल बनाकर कियोस्क देने की भी योजना है. ताकि अतिरिक्त आय बढ़ सके.
1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर अमृत भारत विकास योजना के तहत रीडवलमेंट का कार्य किया जा रहा है. इसमें उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में भी 85 स्टेशनों के साथ ही जोधपुर मंडल में 15 रेलवे स्टेशनों का 266.17 करोड़ की लागत से मेड़ता रोड में भी कार्य चल रहा है. योजना के में स्टेशन प्रथम चरण कार्यालयों को शिफ्ट किया जाएगा.
जोधपुर मंडल के 15 रेलवे स्टेशन जोधपुर सहित नागौर जिले के नागौर, मेड़ता रोड, रेण, डेगाना, गोटन, डीडवाना स्टेशनों पर एक साथ शिलान्यास पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल शिलान्यास किया था. जिसका काम प्रगति पर चल रहा है. रेलवे के अनुसार ऐसी योजना बनाई जा रही है कि इन स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही है इनमें स्टेशनों पर 12 मीटर चौड़े पुल एफओबी बनाए जाए.
पुल के उपयोग के लिए नहीं लगेगा प्लेटफार्म टिकट
इस पुल का उपयोग लोग शहर के एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए करेंगे और उन्हें इसके लिए प्लेटफार्म टिकट नहीं लेना पड़ेगा. पुल के पास में ही कियोस्क भी बनाए जाएंगे. फिर उन्हें किराए पर दिया जाएगा, जो रेलवे की नॉन टिकट रेवेन्यु को बढ़ाएगा.
ड्राइंग के साथ-साथ सर्वे का काम किया जा रहा
इस काम में सर्वे आदि किया जा रहा है. ड्राइंग भी बनाई जा रही है क्योंकि प्रदेश में एक साथ 85 स्टेशनों का रिडेवलपमेंट कार्य भी एक साथ शुरू हुआ था. इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि बड़े शहरों के साथ जहां भी अमृत भारत योजना के तहत कार्य हो रहा है. वहां पर एक साथ कार्य शुरू किया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 14:16 IST