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यूपी का पहला शहर जहां ऑनलाइन होगी फाइलों की निगरानी, इस फैसले के पीछे है ये खास प्लान

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ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में यमुना विकास प्राधिकरण बहुत जल्द अपने सिस्टम में परिवर्तन लाने वाला है. अब यमुना विकास प्राधिकरण में फाइल मॉनिटरिंग सिस्टम की शुरुआत होने जा रही है. इससे फाइलों के रखरखाव में पारदर्शिता और तेजी आएगी. इस नई व्यवस्था के लिए एक निजी कंपनी को ऐप और वेबसाइट विकसित करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है. यह अगले 15 दिनों में बनकर तैयार हो जाएगी. इस नई प्रणाली के तहत एक क्लिक पर फाइलों की स्थिति का पता चल सकेगा. इससे वरिष्ठ अधिकारी सभी महत्वपूर्ण फाइलों की निगरानी कर सकेंगे और अवंतियों को भी किसी प्रकार की आसुविधा नहीं होगी.

फाइलों के गायब होने का खतरा होगा खत्म
यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने लोकल 18 से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस दिशा में प्रभावित कदम उठाते हुए इसे लागू करने का फैसला लिया गया है. फाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से फाइलों के गायब होने और देरी की समस्या पर लगाम लग सकेगी और तेजी के साथ विकास की गति और आगे बढ़ सकेगी. इससे लोगों को बार-बार कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. इस नए सिस्टम के तहत सभी फाइलों की जानकारी एक केंद्रीय कृत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होगी. जिम्मेदार अधिकारी किसी भी बैठक में इस डिजिटल प्लेटफार्म से फाइलों की स्थिति देख सकेंगे. इसके साथ ही इस मॉनिटरिंग सिस्टम से कोई भी अधिकारी यह जान लेगा कि किसी अधिकारी के पास कौन सी फाइल कितने दिनों से लंबित पड़ी हुई है.

इतने दिनों में होगा बड़ा बदलाव
यमुना विकास प्राधिकरण के कस्टमर रिलेशन सेल में भी नए सुधार किया जा रहे हैं. अब यहां आने वाले शिकायती पत्रों को उसी दिन स्कैन कर संबंधित विभागों को मेल आईडी पर तुरंत भेज दिया जाएगा. इसके साथ ही इन शिकायतों की स्कैन कॉपी प्राधिकरण के आधिकारिक स्पॉट वेयर पर भी अपलोड की जाएगी. नए नियमों के तहत 14 दिन के भीतर इन शिकायती पत्रों पर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है. यानी कि अब यमुना विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों को नींद से उठाना पड़ेगा और समय से काम करना पड़ेगा.

जिम्मेदार अधिकारियों ने दी जानकारी
जिम्मेदार अधिकारियों ने और आगे बताया कि वर्तमान में शिकायत संबंधित विभाग तक पहुंचने में 15 से 20 दिन ऐसे ही लग जाते हैं. इसके अलावा बहुत सारी समस्याओं का समाधान बहुत देरी से होता है. यहां तक की कुछ शिकायतें अपने आप गायब हो जाती हैं. अब इस नई प्रणाली से कार्यों में भी सुधार आएगा और अवंतियों को जल्द समाधान मिलेगा. इससे विकास की गति को रफ्तार मिलेगी और समस्याओं का समाधान भी तत्काल प्रभाव से हो सकेगा.

FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 22:48 IST



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