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आधार कार्ड बनाने के लिए गायों के जबड़े की फोटो ली जाती है, जिसे सॉफ्टवेयर में फीड किया जाता है. इसके बाद एक क्लिक में गाय के जबड़े को स्कैन कर उसके बारे में पूरा डाटा देखा जा सकता है. इस डिजिटल आधार कार्ड में गाय का नाम, लंबाई, चौड़ाई, वजन, पहले हुई बीमारियां और इलाज का पूरा विवरण मौजूद रहता है. गौशाला की अध्यक्ष उषा जैन ने बताया कि यह गौशाला 22 साल से चल रही है.