लखनऊ. आम और बागवानी क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. भारत से पहली बार आम की एक खास किस्म को अमेरिका भेजा जा रहा है. यह आम की और कोई किस्म नहीं बल्कि दशहरी है. मलिहाबाद का दशहरी आम पहली बार अमेरिका निर्यात किया जाएगा और वहां पर अपने स्वाद का जलवा बिखेरेगा. दशहरी आम के अमेरिका को निर्यात होने से आमों की बागवानी करने वाले किसानों को भी बड़ा फायदा होने जा रहा है. अभी तक रंग-बिरंगे आमों की मांग तेजी से बढ़ रही थी जिस वजह से दशहरी आम लगाने वाले किसानों को लगातार नुकसान हो रहा था.
इस कारण किसानों ने भी अब रंग-बिरंगे आम लगाने शुरू कर दिए थे. दशहरी के बाग काटे जा रहे थे. इसी बीच बड़ी संख्या में दशहरे आमों के अमेरिका निर्यात होने से किसानों में एक बार फिर आस जगी है कि इसके जरिए भी उन्हें मुनाफा हो सकता है. दशहरी आम का अमेरिका को निर्यात होना न सिर्फ मलिहाबाद बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है. आखिरकार पहली बार दशहरी आम अमेरिका निर्यात हो रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार और भा.कृ.अनु.प -केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के संयुक्त प्रयास से उत्तर प्रदेश का आम पहली बार अमेरिका जाने को तैयार है.
चार टन आम अमेरिका को होगा निर्यात
लगभग चार टन दशहरी आम की पहली खेप सोमवार को यानी 17 जून को रेफर वन के जरिए रवाना होगी. इसे बेंगलुरु के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि शिक्षा एवं शोध मंत्री सूर्य प्रताप शाही और कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह रहमानखेड़ा स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान से रवाना करेंगे. खास बात यह है कि साप्ताहिक अंतराल पर मलिहाबाद के दशहरी के साथ ही बुलंदशहर और सहारनपुर के चौसा आमों के निर्यात को मौसम के अंत तक जारी रखा जाएगा.
किसानों को होगा फायदा
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के निदेशक टी. दामोदरन ने बताया कि इस बार मलिहाबाद , रहमान खेड़ा समेत पूरे उत्तर प्रदेश में किसानों ने जो दशहरी आम को बचाने के लिए बैगिंग की थी उसका फायदा हुआ है. बैगिंग से दशहरी आम की गुणवत्ता बहुत अच्छी हुई है और तो और अब यह आम अमेरिका को निर्यात किया जाएगा तो इससे कहीं ना कहीं किसानों को भी फायदा होगा.
FIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 21:06 IST