सीतामढ़ी : सीतामढ़ी जिले में बागमती नदी का रौद्र रूप जारी है. बाढ़ के पानी ने गांवों में तबाही मचाने के बाद अब शहर की ओर रुख कर लिया है. रुन्नीसैदपुर क्षेत्र के तिलक ताजपुर से लेकर लगभग चार दर्जन गांवों में पानी ने भारी तबाही मचाई है और अब यह रुन्नीसैदपुर के शहरी इलाकों में प्रवेश कर रहा है.
मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी मुख्य पथ पर स्थित रुन्नीसैदपुर पेट्रोल पंप में पानी घुटनों तक पहुंच चुका है और पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पानी का बहाव कम नहीं हुआ, तो जल्द ही एनएच 227 पर भी पानी चढ़ जाएगा. रुन्नीसैदपुर के गुदरी बाजार और निचले इलाकों में पानी ने पहले ही दस्तक दे दी है. हजारों लोग अभी भी बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं, और कुछ लोग ऊंचे स्थानों या छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं.
बांध टूटने से बढ़ी तबाही
तिलक ताजपुर क्षेत्र में बीती रात लगभग 8 बजे बांध टूट गया, जिसके बाद महज 2 घंटों में पानी ने गांवों में कहर बरपाना शुरू कर दिया. लोग अपने घरों का सामान छोड़कर भागने लगे. अब तक 100 से अधिक घर पानी में डूब चुके हैं और करीब दो दर्जन घर पूरी तरह बागमती नदी में समा गए हैं. लोगों ने अपनी जान बचाकर बांध पर शरण ली है, लेकिन हालात बेहद गंभीर हैं.
राहत सामग्री की भी कमी
बाढ़ में फंसे लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने में प्रशासन जुटा हुआ है. लेकिन लोगों का कहना है कि उन्हें समय पर मदद नहीं मिल पाई है. कुछ लोग पिछले रात से भूखे-प्यासे बांध पर फंसे हुए हैं. सोमवार शाम को जब जिला प्रशासन की ओर से राहत सामग्री पहुंची, तो उसे लेने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि, सामग्री की कमी के चलते सभी को मदद नहीं मिल सकी, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई है.
बाढ़ की इस गंभीर स्थिति ने लोगों में भारी डर पैदा कर दिया है, और वे सरकार से तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं. प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं, लेकिन हालात को नियंत्रित करना अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है.
Tags: Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 21:54 IST