चंडीगढ़ः हरियाणा में जिस जीत को लेकर कांग्रेस पार्टी आश्वस्त नजर आ रही थी, वो उसे नहीं मिली. हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. इस बीच हार पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता और सांसद कुमारी सैलजा ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि पार्टी को संगठन की कमी खल रही है. कुमारी सैलजा ने विधानसभा चुनाव के बीच ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और सीएम पद के लिए ताल ठोंक दिया था. कुमारी सैलजा की नाराजगी पूरे चुनाव प्रचार में नजर आई थी.
राज्य में हार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘बहुत ही निराशाजनक परिणाम है. हम सभी सरकार बनाना चाहते थे. नतीजों ने कार्यकर्ताओं को निराश किया. जो भी कमियां रहीं उनकी समीक्षा कर रहे. आने वाले समय में सब ठीक किया जाएगा.’ वहीं हार की समीक्षा बैठक में मीडिया के बीच चल रहे राहुल गांधी के बयानों को लेकर कुमारी सैलजा ने कहा, ‘राहुल जी ने क्या कहा, ऐसा कुछ नहीं है. उनका वक्तव्य मीडिया रिकॉर्ड में नहीं है.’ वहीं राज्य में पार्टी के कमजोर होने पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘पार्टी को संगठन की कमी खल रही है. हाईकमान फैसला करेगा कि आगे क्या करना है. समय-समय पर हाईकमान फैसला करता है. पांच साल संघर्ष की तैयारी कर रहे हैं.
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर जो एग्जिट पोल सामने आए थे, वो बीजेपी को काफी परेशान करने वाले थे. लेकिन नतीजों ने पूरी तस्वीर ही बदल दी. भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीत हासिल की है. बता दें कि 1966 में अपनी स्थापना के बाद से हरियाणा में कोई भी पार्टी लगातार तीसरी बार नहीं जीत पाई है. इस बार सबसे ज्यादा बुरा हाल जननायक जनता पार्टी का रहा. पार्टी प्रमुख दुष्यंत चौटाला की जमानत तक जब्त हो गई. वहीं ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल को केवल दो सीट मिली है.
FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 08:19 IST