ऊना. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के रेंज ऑफिसर ने महज 10 हजार रुपये के लिए अपना ईमान बेच दिया. सरकार ने ऊना जिले में लकड़ी के कटान पर रोक भी लगा दी थी. लेकिन अविनाश कुमार ने लड़की की कुछ गाड़ियों को पकड़ने के बाद छोड़ने के एवज में 10 हजार रुपये रिश्वत ली. विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर 90 हजार रुपये के करीब सैलरी लेने वाले आरोपी रेंज ऑफिसर अविनाश कुमार को रंगे हाथ दबोचा.
दरअसल, स्टेट विजीलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को आरोपी के खिलाफ शिकायत मिली थी. ऊना जिले के अंब में वन विभाग में रेंज ऑफिसर अविनाश कुमार ट्रकों को छोड़ने के एवज में 10000 रुपये रिश्वत मांग रहा था. अब गिरफ्तारी के बाद टीम ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. इस कार्रवाई को स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी फिरोज खान के नेतृत्व में अंजाम दिया गया.
विजिलेंस से मिली जानकारी अनुसार, 23 दिसंबर को उपरोक्त अधिकारी ने लकड़ी से भरी हुई कुछ गाडिय़ां पकड़ी थी. इन गाडिय़ों को छोडऩे के लिए आरओ ने गाड़ी के मालिक से 20 हजार रुपये मांगे थे. मोल भाव करने के बाद मामला 10000 रुपये में फाइनल हुआ.
गाड़ी मालिक की वित्तीय स्थिति अच्छी न होने के चलते वह उनकी मांग को पूरा करने में असमर्थ था. इसी के चलते उसने विजिलेंस की टीम से संपर्क किया. विजिलेंस में शिकायतकर्ता के साथ मिलकर आरोपी को पकडऩे के लिए जाल बिछाया. बुधवार को टीम ने आरओ को 10000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. विजिलेंस की टीम ने आरोपी अधिकारी के घर से भी 1 लाख 10 हजार रुपये की नगदी बरामद की है, जिसके बारे में पुछताछ की जा रही है, लेकिन आरोपी अधिकारी उस राशि के बारे कोई भी जबाब विजिलेंस टीम को नहीं दे पाया है.
9 दिन में दूसरा मामला आया सामने
ऊना के डीएसपी फिरोज खान ने जिला में भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेस कसी है और पिछले 9 दिन में ही यह दूसरा मामला सामने आया है. इससे पूर्व उन्होंने नगर परिषद मैहतपुर के जेई शरीफ मोहम्मद को 20 हज़ार की रिश्वत लेते हुए भी गिरफ्तार किया है. डीएसपी विजिलेंस फिरोज खान ने वन विभाग के रेंज ऑफिसर को रिश्वत के साथ पकड़ने के मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
कितनी मिलती है सैलरी
वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि रेंज ऑफिसर को शुरुआत में 50 हजार के करीब सैलरी मिलती है. बाद में जैसे जैसे प्रमोश और नौकरी बढ़ती जाती है तो 90 हजार से एक लाख रुपये तक सैलरी पहुंच जाती है.
Tags: Bribe news, Forest area, Forest department
FIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 12:25 IST