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मां से मिली प्रेरणा, गरीबों का मसीहा बन गया यह डॉक्टर,बच्चों का करता फ्री इलाज

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देवघर. डॉक्टर को भगवान का दर्जा यूं ही नहीं दिया गया है, वे मरते हुए इंसान में भी जान डाल देते हैं. भारत में कई ऐसे डॉक्टर हैं जिनकी कहानी प्रेरित करती है. इन्हीं में से एक हैं श्री राम शिशु केंद्र के संस्थापक और देवघर के सबसे प्रसिद्ध शिशु चिकित्सक डॉ. राजेश प्रसाद, जो रोजाना करीब 10 से 15 बच्चों का इलाज मुफ्त में करते हैं. गरीब और असहाय बच्चों के लिए वे किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं. अब तक हजारों बच्चों की जिंदगी में वे रोशनी भर चुके हैं.

डॉ. राजेश प्रसाद ने लोकल18  के संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि मैं और मेरा परिवार मध्यम वर्ग से आता है. डॉक्टर की पढ़ाई करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, लेकिन मेरे ऊपर कुछ करने का जुनून था. शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहा. स्कॉलरशिप मिलने के कारण ही मैं डॉक्टर बन पाया और अब गरीब और असहाय बच्चों का फ्री में इलाज कर पाता हूं. उन्होंने बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर से एमबीबीएस की डिग्री और पीएमसीएच पटना से एमडी की डिग्री हासिल की. 2007 से देवघर में प्रैक्टिस कर रहा हूं.

मां से मिली प्रेरणा
उन्होंने बताया कि मेडिकल की पढ़ाई समाप्त करने के बाद मेरी मां सविता देवी ने कहा था कि जिस पैसे की तंगी के कारण हमने समस्याएं देखीं, उसी तरह कोई भी बच्चा पैसे की तंगी की वजह से दम ना तोड़े.वह बात मुझे प्रेरित कर गई. आज इस मेडिकल क्षेत्र में 17 साल हो गए हैं, तब से लेकर अब तक हर रोज कई असहाय और गरीब बच्चों का मुफ्त में इलाज कर रहा हूं.

इन बच्चों का इलाज होता है मुफ्त
– माता-पिता की स्थिति:
जिन बच्चों के माता-पिता में से कोई एक या फिर माता या पिता नहीं रहते, जिनकी मृत्यु हो गई हो, या जो बच्चा विकलांग हो.
– उम्र सीमा: बच्चों की उम्र 19 साल तक होनी चाहिए. ऐसे बच्चों का मुफ्त में इलाज किया जाता है.
– समाज में पहचान: डॉक्टर राजेश प्रसाद के इन्हीं कार्यों की वजह से वे पूरे देवघर जिले में गरीबों के मसीहा के रूप में पहचाने जाते हैं. उन्होंने पूरे राज्य में अपनी एक अलग पहचान बनाई है.

क्लिनिक का समय और स्थान
डॉक्टर राजेश प्रसाद रविवार को छोड़कर हर रोज, सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 02 बजे तक अपने क्लिनिक में उपलब्ध रहते हैं.  क्लिनिक का नाम ‘श्री राम शिशु केंद्र’ है, जो कुंज विहार, कस्टर्ड टाउन, बंपास टाउन, देवघर में स्थित है. डॉ. राजेश प्रसाद ने अपने समर्पण और सेवा भावना से न केवल देवघर, बल्कि पूरे राज्य में एक मिसाल कायम की है. उनकी कहानी हमें सेवा और मानवीयता की प्रेरणा देती है.

Tags: Deoghar news, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18



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