जमुई. इस किसान को जब लगा कि खेती बाड़ी में उसे कोई मुनाफा नहीं हो रहा है, तब उसने खेती-बाड़ी छोड़ दी और मजदूरी करने राजस्थान चला गया. राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक प्राइवेट कंपनी में वेल्डिंग का काम करने लगा. लेकिन उसकी पढ़ी-लिखी ग्रेजुएट पत्नी ने उसे एक रास्ता दिखाया. फिर अपनी पत्नी की सलाह मानकर उसने धान की खेती की और बिना पानी के धान की फसल उपजा ली. जिस दौरान जिले के किसान धान की रोपाई कर रहे हैं, वहीं यह किसान अपने धन की कटाई कर रहा है. इस तरीके से उसने एक साल में धान के तीन फसल उपजाली.
पत्नी ने दिया था आईडिया जिसके बाद की इस फसल की खेती
जमुई जिले के बरहट प्रखंड क्षेत्र के गुगुलडीह गांव के रहने वाला किसान चंदन मंडल ने अपनी पत्नी के आइडिया पर काम करते हुए एक ही सीजन में तीन फसल की खेती की है. चंदन मंडल इससे पहले खेती-बाड़ी का काम करता था. उसने बताया कि खेती में उसे कोई बहुत फायदा नहीं हो रहा था. जिसके बाद वह खेती-बाड़ी छोड़कर जयपुर चला गया था तथा एक प्राइवेट कंपनी में वेल्डिंग का काम करने लगा था.
उसकी पत्नी सीमा ने उसे पिछले साल घर बुला लिया और अपने पति को खेती करने का अनोखा तरीका बताया. पत्नी के कहे अनुसार चंदन मंडल ने गर्मी के मौसम में अपने खेत में धान की फसल लगाई तथा बिना पानी के धान की अच्छी फसल की उपज भी कर ली.
बंगाल से मिला था धान की खेती का आइडिया
चंदन कुमार की पत्नी सीमा एक ग्रेजुएट है तथा उसने बताया कि मैंने सुना था कि बंगाल में सालों भर धान की खेती होते रहती है. एक ही खेत में दो से तीन बार धान की फसल लगा ली जाती है. सीमा ने बताया कि मैं अपने मामा के घर पश्चिम बंगाल गई थी. वहां देखा कि एक साल में धान की तीन फसल लगाई जा रही है.
घर आने के बाद मैंने सोचा कि जब बंगाल में इस तरह की खेती हो सकती है, तो हमारे यहां क्यों नहीं. और प्रायोगिक तौर पर हमने अपने खेत में धान की फसल लगाई. उसने बताया कि पहले ही बार में धान की अच्छी उपज हुई है. अब देखा देखी आसपास के किसान भी अपने खेतों में धान की गरमा फसल लगाने की बात कह रहे हैं. ग्रेजुएट पत्नी के आइडिया के बाद जमुई के इस किसान के इस प्रयास की चर्चा हो रही है.
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FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 22:09 IST