अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की हिंदू राजाओं और बुद्धिजीवियों से गहरी मित्रता थी. एएमयू का मूल रूप “मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज” (एमएओ कॉलेज) था, जिसके निर्माण में हिंदू समुदाय का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा. सर सैयद के शैक्षिक आंदोलन को हिंदू राजाओं और बुद्धिजीवियों ने आर्थिक और सामाजिक समर्थन दिया.
राजा जय किशन दास की भूमिका
1867 में सर सैयद अहमद का अलीगढ़ से बनारस स्थानांतरण हुआ. तब उन्होंने राजा जय किशन दास को “साइंटिफिक सोसाइटी” की जिम्मेदारी सौंपी. राजा जय किशन दास उनके निकटतम मित्रों में से एक थे, जिन्होंने सर सैयद के शैक्षिक आंदोलन में भरपूर मदद की. सर सैयद ने उन्हें सोसाइटी का आजीवन सह-अध्यक्ष बनाया. 30 अप्रैल 1905 को राजा जय किशन दास के निधन के समय एमएओ कॉलेज एक दिन के लिए बंद रहा, जो उनके प्रति आदर और सम्मान का प्रतीक था.
सर सैयद के हिंदू मित्र
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के उर्दू एकेडमी के पूर्व निदेशक, डॉ. राहत अबरार, ने बताया कि सर सैयद अहमद की मित्रता कई प्रमुख हिंदू राजाओं और बुद्धिजीवियों के साथ थी. इनमें काशी नरेश महाराजा इश्वरी प्रसाद नारायण सिंह, राजा टीकम सिंह मुरसान, राजा जय किशन दास, महाराज दिग्विजय सिंह बलरामपुर, राजा मधु सिंह अमेठी, राव हिंदुपत अलीपुर, मुंशी हनुमान प्रसाद आगरा, लाला हरवंश लाल गाजीपुर और मुंशी नवाब किशोर जैसे राजा शामिल थे.
चहारदीवारी के निर्माण में हिंदुओं का योगदान
एएमयू के पूर्व पीआरओ, राहत अबरार ने बताया कि एएमयू की चारदीवारी के निर्माण के लिए हिंदू समुदाय ने भी उदारता से दान दिया था. इस योगदान में काशीनाथ बिस्वास, राय बख्त सिंह मेवाड़, बाबू मधुसूधन सिंह बनारस, राजा शंभू नारायण सिंह बनारस, राय नारायण दास, बाबू केशव राम और ठाकुर शंकर रंजन सिंह जैसे प्रमुख हिंदू नेताओं का नाम शामिल है.
इसे भी पढ़ें: एक ऐसा भवन, जहां गांधी जी ने सीखा था चरखा चलाना, आप भी जा सकते हैं घूमने
आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुकी है. इस यूनिवर्सिटी से निकले कई विद्यार्थी आज देश और विदेशों में उच्च पदों पर काम कर रहे हैं. एएमयू का यह योगदान इसे एक ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान बनाता है, जिसे हिंदू और मुस्लिम समुदायों के संयुक्त प्रयासों से स्थापित किया गया था.
Tags: Aligarh Muslim University, Aligarh news, Local18
FIRST PUBLISHED : October 9, 2024, 13:11 IST