नागौर: सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की यूनिक पहचान के लिए बनने वाली अपार (APAR) आईडी तैयार करने की अंतिम तारीख 15 दिसंबर तय कर दी गई है. स्कूल शिक्षा और भाषा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. शिक्षण संस्थानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी छात्रों की आईडी समय सीमा के भीतर बनाई जाए.
शैक्षणिक जानकारी का एकीकृत रिकॉर्ड
ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (APAR) के माध्यम से विद्यार्थियों की समस्त शैक्षणिक उपलब्धियों को एक साथ संग्रहीत किया जाएगा. यह 12 अंकों की यूनिक आईडी प्रत्येक विद्यार्थी की शैक्षणिक पहचान के रूप में कार्य करेगी, जिससे उनकी प्रगति का ट्रैक रखना आसान होगा. सीकर और झुंझुनूं जिलों के सरकारी और निजी स्कूलों में इस प्रक्रिया को तेजी से लागू किया जा रहा है. विद्यार्थियों और उनके पिता के आधार कार्ड एकत्र किए जा रहे हैं और हर जिले से दैनिक प्रगति रिपोर्ट मांगी गई है.
डिजिटल रिकॉर्ड और शैक्षणिक लाभ
अपार आईडी विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम, अंकतालिका, प्रमाणपत्र और अन्य उपलब्धियों का स्थायी रिकॉर्ड बनाएगी. इसे डिजीलॉकर से जोड़ा जाएगा, जिससे छात्र कभी भी, कहीं भी अपने शैक्षणिक दस्तावेज़ प्राप्त कर सकेंगे. यह व्यवस्था स्कूलों के बीच स्थानांतरण, उच्च शिक्षा में प्रवेश, कौशल विकास और नौकरी के आवेदन में सहायक होगी. इसके अलावा, शैक्षणिक क्रेडिट बैंक (ABC) और विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) से जोड़ने के बाद, छात्रवृत्ति और अन्य लाभकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग भी प्रभावी हो सकेगी.
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FIRST PUBLISHED : November 30, 2024, 21:43 IST