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Public Opinion: जहवां आइल बाड़न नीतीश, उहंवे दारू बेचाला! सीएम नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ में नाराज दिखे लोग

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पश्चिम चंपारण. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15वीं प्रगति यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण जिले से कर दी है. चंपारण में उन्होंने सबसे पहले वाल्मीकि नगर के घोटावा टोला का दौरा किया. यहां हेलीकॉप्टर से उनका काफिला करीब 11 बजे पहुंचा. जिसके बाद उनके द्वारा कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और उद्घाटन किया गया. करीब 20 मिनट के पड़ाव के बाद वहां से उनका काफिला मझौलिया प्रखंड के अंतर्गत आने वाले धोकराहा और शिकारपुर पंचायत के लिए निकल पड़ा.

धोकराहा पहुंचने के बाद उन्होंने यहां मनरेगा पार्क, उत्सव भवन और पुस्तकालय का उद्घाटन किया. करीब 20 मिनट तक रुकने के बाद वो फिर शिकारपुर के लिए रवाना हो गए. यहां अपने मुख्यमंत्री को देखने और उनसे मिलने के लिए हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. बेहद कम समय तक रुकने और जनता से बातचीत न करने पर मौजूद लोगों ने निराशा व्यक्त की.

जहां मुख्यमंत्री पधारे वहीं बिकती है शराब
मुख्यमंत्री को देखने पहुंची भीड़ में मौजूद राहुल कुमार ने बताया कि उन्हें अपने सीएम से बात करनी थी. बिहार में सब को लगता है कि शराबबंदी का पालन खूब किया जा रहा है, लेकिन यह सिर्फ एक भ्रम है. मनरेगा पार्क, उत्सव भवन और पुस्तकालय के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री जिस पंचायत में आए हैं, उसी पंचायत में अवैध तरीके से शराब की खरीद बिक्री खूब की जाती है. ठीक इसी प्रकार भीड़ में मौजूद पार्वती देवी ने बताया कि गांव में शराब की खरीद बिक्री ऐसे की जाती है, मानों जैसे शराबबंदी हो ही नहीं.

मुख्यमंत्री के दौरे के लिए बनाई गई सड़कें
भीड़ में मौजूद धोकराहा से करीब एक किलोमीटर दूर शिकारपुर पंचायत के रहने वाले अशोक पटेल ने बताया कि यहां की सड़क एक लंबे समय से टूटी हुई थी, जिस पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं थी. लेकिन मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर कुछ दिनों पहले ही उसके निर्माण को जैसे तैसे पूरा किया गया है.

दिखावे के लिए किया गया है हर काम
इतना ही नहीं, भीड़ में पहुंचे ज्यादातर लोगों ने इस बात से इनकार किया कि मझौलिया में विकास के कार्य खूब किए गए हैं. धोकराहा पंचायत की ही रहने वाली आशिया देवी ने बताया कि सीएम के दौरे को लेकर पंचायत में चकाचौंध और विकास के कार्य दिख रहे हैं. हालांकि, वास्तविकता में ऐसा कुछ भी नहीं है. न तो यहां की सड़कें चलने लायक है और न ही नदी पर पुल का निर्माण हुआ है. हर साल बरसात के दिनों यहां के दर्जनों गांव सिर्फ पुल और सड़क के अभाव में जलमग्न हो जाती हैं.

Tags: Bihar News, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Local18, Public Opinion



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