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श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने बताया कि महाकुंभ मेले में मां के धाम में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी. संभावित भीड़ को देखते हुए प्रमुख तिथियों के दो दिन पहले और दो दिन बाद तक चरण स्पर्श दर्शन भक्त नहीं…और पढ़ें
मिर्जापुर: प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले के मद्देनजर मां विन्ध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के नियमों में बदलाव किया गया है. चार प्रमुख तिथियों पर भक्त मां के चरण स्पर्श दर्शन नहीं कर सकेंगे. भक्तों की भीड़ को देखते गए यह फैसला किया गया है. महाकुंभ मेले को लेकर जिला प्रशासन और विंध्य पंडा समाज की संयुक्त बैठक हुई. बैठक में भक्तों की संभावित भीड़ को देखते हुए दर्शन के नियमों में आंशिक बदलाव किया गया है ताकि, भक्त सुगमता के साथ मां का आशिर्वाद प्राप्त कर सकें.
महाकुंभ मेले में प्रमुख तिथियों के दो दिन पूर्व और दो दिन बाद तक मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श दर्शन भक्त नहीं कर सकेंगे. 11 जनवरी से 16 जनवरी, 27 जनवरी से 5 फरवरी, 10 फरवरी से 14 फरवरी और 24 फरवरी से 28 फरवरी तक चरण स्पर्श पर रोक रहेगी. भक्त मां के दोनों द्वार और झांकी से दर्शन कर सकेंगे. आम दिनों में मंगला आरती के बाद चार घंटे तक भक्तों के लिए चरण स्पर्श दर्शन कर सकते हैं. हालांकि, धाम में भीड़ बढ़ने पर चरण स्पर्श दर्शन पर रोक रहती है.
दो दिन पहले और दो दिन बाद तक रहेगी रोक
श्री विन्ध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि मां विंध्यवासिनी धाम में महाकुंभ मेले में करीब पांच करोड़ भक्तों के आगमन की संभावना है. प्रमुख तिथियों पर भक्तों की संभावित भीड़ को देखते हुए दर्शन के नियमों में बदलाव किया गया है. चार प्रमुख तिथियों पर भक्त मां के चरण-स्पर्श दर्शन नहीं कर सकेंगे. प्रमुख तिथि के दो दिन पहले और दो दिन बाद तक भक्तों के चरण स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी.