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Hyderabad News: हैदराबाद में बीयर पीने वालों के लिए बुरी खबर है. क्योंकि यहां सरकार और कंपनी के बीच विवाद के चलते स्टॉक खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है. शहर में सिर्फ एक से आठ दिनों का स्टॉक ही बचा है. आखिर ये…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- हैदराबाद में बीयर की कमी!
- सरकार और कंपनियों के बीच गतिरोध.
- कुछ ब्रांडों का स्टॉक एक दिन में खत्म!
हैदराबाद. इस शहर में बीयर का स्टॉक खत्म होने की कगार पर है और ऐसा ही रहा तो लोगों को बीयर पीने को नहीं मिलेगी. नामी ब्रांडों का स्टॉक लगभग खत्म होने वाला है और सिर्फ 8 दिनों का स्टॉक ही बचा है. वहीं कुछ नामी ब्रांड का स्टॉक सिर्फ एक दिन में खत्म हो सकता है. यह सब कुछ इसलिए हो रहा है क्योंकि राज्य सरकार और बीयर का बिजनेस करने वाली कंपनियों के बीच कीमतों और बकाया राशि को लेकर गतिरोध चल रहा है. यह सबकुछ तेलंगाना के हैदराबाद शहर में हो रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद में किंगफिशर की बड़ी बोतलों का स्टॉक औसतन चार दिनों तक चलेगा, लेकिन हैदराबाद-1 डिपो जैसे प्रमुख केंद्र में स्टॉक केवल एक दिन तक ही चलने की उम्मीद है, जबकि एक अन्य डिपो में लगभग आठ दिनों का स्टॉक है. बीयर संकट तब शुरू हुआ जब यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड (UB), जो लोकप्रिय किंगफिशर और हेनिकेन बीयर का उत्पादन करती है ने लगभग दो सप्ताह पहले तेलंगाना में आपूर्ति निलंबित करने का निर्णय लिया. क्योंकि राज्य सरकार ने बकाया बिलों और राज्य सरकार के खुदरा कीमतें न बढ़ाने का फैसला लिया.
राज्य में बीयर की कमी का खतरा
सूत्रों के अनुसार, UB द्वारा आपूर्ति रोकने के बाद अन्य ब्रुअरीज को उत्पादन बढ़ाना होगा, जिसमें कम से कम 15 दिन लगेंगे. इस बीच, कई ब्रांडों का स्टॉक भी बहुत कम हो रहा है, जैसे कि बडवाइजर एक दिन, हायवर्ड्स 5000 (लगभग आठ दिन) और नॉक आउट (सात दिन) का ही स्टॉक बचा है. बताया जा रहा है कि स्थिति को संभालने के लिए डिपो और वाइन शॉप्स ने आपूर्ति को नियंत्रित करना शुरू कर दिया है. बीयर मुख्य रूप से शाम को काउंटर पर बेची जाती है जब बिक्री सबसे ज्यादा होती है. जो लोग बीयर खरीदते हैं, वे अक्सर शराब भी खरीदते हैं. इसलिए, कई दुकानें अपने स्टॉक को यथासंभव लंबे समय तक बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं.
सीएम ने क्या कहा…
हालांकि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा था कि नई कंपनियों से बीयर की आपूर्ति के लिए नया नोटिफिकेशन जारी किया जाना चाहिए, लेकिन पिछले साल केवल लगभग 10 कंपनियों ने अपना रजिस्ट्रेशन रिन्यू करवाया. कंपनियों ने कहा कि कुछ कंपनियां उत्पादन बढ़ा सकती हैं अगर सरकार बकाया राशि दे दें और स्थिति में सुधार हो सकता है अगर नई कंपनियां आएं. सरकार के सूत्र का कहना है कि ऐसे ग्राहक हैं जो कमी की आशंका में अधिक बीयर खरीद रहे हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि चीजें जल्द ही सुलझ जाएंगी.
January 20, 2025, 16:19 IST