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Bird Rescue: शहर के समाजसेवी संगठनों के सहयोग से पिछले 5 सालों से ये सेवा कार्य किया जा रहा है. अब तक करीब 150 पक्षियों को रेस्क्यू किया जा चुका है. शनिवार को आबूरोड डाक बंगला परिसर में में घायल पक्षियों की सूचना के लिए…और पढ़ें
सिरोही. जिले के आबूरोड शहर में कुछ समाजसेवकों ने मिलकर मकर संक्रांति पर घायल होने वाले पक्षियों को बचाने के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है. आबूरोड शहर या आसपास के गांवों में मकर संक्रांति या उसके पहले पतंगबाजी करते समय किसी पक्षी के घायल होने पर उसका इलाज करवाने के लिए आमजन इस नम्बर पर सूचना दे सकते हैं. इससे आसपास का कोई कार्यकर्ता मौके पर पहुंच कर पक्षी को रेस्क्यू कर पशु चिकित्सक से उसका उपचार करवाएगा.
करीब 150 पक्षियों को किया गया रेस्क्यू
शिवसेना आबूरोड इकाई की पहल से शहर के समाजसेवी संगठनों के सहयोग से पिछले 5 सालों से ये सेवा कार्य किया जा रहा है. अब तक करीब 150 पक्षियों को रेस्क्यू किया जा चुका है. शनिवार को आबूरोड डाक बंगला परिसर में में घायल पक्षियों की सूचना के लिए हेल्पलाइन नम्बर का पोस्टर विमोचन किया गया. इसमें शिवसेना आबूरोड शहर प्रमुख लालाराम खारवाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष नरगिस कायमखानी, जितेंद्र परिहार, दीपेश मरडिया समेत विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे.
चाइनीज मांझे के उपयोग पर लगे पूरी रोक
आबूरोड नगरपालिका अध्यक्ष मगनदान चारण ने बताया कि हर साल मकर संक्रांति पर बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए यह पहल की जाती है, जो काफी सराहनीय कार्य है. अग्रवाल समाज के अध्यक्ष और समाजसेवी नेमीचंद अग्रवाल ने बताया कि मकर संक्रांति पर चाइनीज मांझे की वजह से कई पक्षी घायल हो जाते हैं. प्रशासन इस मांझे की बिक्री रोकने का प्रयास भी करता है, लेकिन चोरी छुपे इसका उपयोग किया जा रहा है. इससे कई मासूम पक्षी घायल होते हैं. इसे ध्यान में रखकर हीं ये पहल शुरू की गई है.
पशुपालन विभाग की अपील : इस समय ना उड़ाए पतंग
ब्लॉक मुख्य वेटरनरी ऑफिसर डॉ. डी एफ सांवलिया ने बताया कि हेल्पलाइन नम्बर पर सूचना मिलने के बाद विभाग से कर्मचारी या पशु चिकित्सक मौके पर पहुंच कर घायल पशु का इलाज करते हैं. सभी आमजन से ये भी अपील है कि अलसुबह और शाम के समय ज्यादातर पक्षी उड़ते हैं, मकर संक्रांति पर इस समय पतंग नहीं उड़ाने से काफी पक्षी घायल होने से बच सकते हैं.