चंडीगढ़ः हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों की तस्वीर अब बिल्कुल स्पष्ट हो चुकी है. ये नतीजे कई लोगों को चौंकाने वाले हैं. क्योंकि जिसके खिलाफ सूबे में लहर थी, वो पार्टी नंबर वन बन गई और जो खुद को राज्य की सत्ता की चाबी बताता था, उनकी जमानत तक जब्त हो गई. हम बात कर रहें जननायक जनता पार्टी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला की. विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले दुष्यंत चौटाला ने अपने आप को एनडीए से अलग कर लिया और खुद के दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. हालांकि जब राह मुश्किल दिखी तो उन्होंने चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया.
उचान कलां विधानसभा सीट पर जब गिनती शुरू हुई तो हर कोई हैरान था. क्योंकि दुष्यंत चौटाला शुरू से ही पीछे चल रहे थे और अंत में 5वें पायदान पर पहुंच गए. दुष्यंत चौटाला को 5 प्रतिशत से भी कम वोट मिले. यहां तक की उनकी जमानत जब्त हो गई. इस सीट पर भाजपा के देवेंद्र चतुर्भुज अत्तरी ने महज 32 वोट के अंतर से कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को हराया है. दुष्यंत चौटाला के हाल इतने बुरे हुए की दो निर्दलीय भी उनसे आगे निकल गए.
इस बार के विधानसभा चुनाव में जेजेपी का एक भी उम्मीदवार नहीं जीत सका. यहां तक की पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 14 फीसदी वोट कम मिला है. पिछली बार 15 प्रतिशत वोट मिला था. जबकि इस बार 1 प्रतिशत से भी कम वोट मिला है. बता दें कि दुष्यंत चौटाला पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के पोते और पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल के परपोता हैं.
वहीं पूर्व सीएम भजन लाल के बेटे चंद्र मोहन पंचकूला से जीत गए. पूर्व उर प्रधानमंत्री देवी लाल के पोते आदित्य देवी लाल डबवाली से जीते, अर्जुन चौटाला रनिया से विजयी रहे. पूर्व सीएम बंसी लाल की परपोती श्रुति चौधरी तोशाम विधानसभा से जीत गईं. लेकिन भजन लाल के परिवार से भव्य बिश्नोई को बड़ा झटका लगा.
FIRST PUBLISHED : October 9, 2024, 08:40 IST