पाली . नया साल के मौके पर हरियाणा और पंजाब में होने वाले नए साल के जश्न में परोसे जाने वाले नशीले पदार्थों की तस्करी पर को रोकने में जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार और उनकी टीम को बडी कामयाबी हासिल हुई है. ऐसी ही पार्टियों के माध्यम से युवाओं को नशे की लत का शिकार बनाकर इस तरह तस्करी करने वाले अपराधियों के पीछे आईजी विकास कुमार और उनकी टीम हाथ धोकर पड़ी है.
80 लाख का गांजा बरामद
पुलिस को 5 क्विंटल से अधिक का गांजा बरामद करने में कामयाबी मिली है. इसकी बाजारी कीमत की 80 लाख के करीब है. यह गांजा बड़ी मात्रा में पंजाब और हरियाणा में सप्लाई होना था. प्रारंभिक पूछताछ के तहत अनुमान लगाया जा रहा है कि नए साल की पार्टियों में छोटी छोटी पुड़ियों में यह सर्व किया जाना था. लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए आईजी विकास कुमार ने कहा कि अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि नए साल के चलते पंजाब और हरियाणा में छोटे छोटे पैकेट बनाकर इनको भेजा जाना था.
5 क्विंटल से अधिक गांजे की खेप बरामद
रेंज की स्पेशल साइक्लोनर टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद किया है. टीम ने पूरी कार्रवाई ऑपरेशन मनुहार के तहत की है. टीम ने 5 क्विंटल से अधिक गांजे की खेप बरामद की है.
स्पेशल टीम जो हर वक्त रहती है सतर्क
बता दे की रेंज आईजी विकास कुमार के नेतृत्व में जोधपुर रेंज की स्पेशल साइक्लोनर टीम का गठन किया गया है. ये टीम ने अब तक कई ऑपरेशन कर 66 आरोपियों को पकड़ चुकी है. खास बात यह है कि पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए आईजी विकास कुमार ने अपने घर पर ही ऑफिस का सेटअप कर रखा है.
पहले भी नशे के बड़े सप्लायर को कर चुकी गिरफ्तार
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व ही टीम ने चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में मादक पदार्थ सप्लाई नेटवर्क का ठिकाना बनाने वाले मुख्य आरोपी जस्साराम उर्फ जसिया और उसके साथी बाबूराम और चेतन राम को गिरफ्तार किया था. आरोपी जैसलमेर जिले के भणियाणा में एक फार्म हाउस में पार्टी कर रहे थे. जहां से टीम ने उन्हें पकड़ा था. जस्साराम पिछले 6 वर्षों से पुलिस की पकड़ से दूर था. इसी क्रम में अब रेंज की स्पेशल टीम ने एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है.
युवाओं का भविष्य डाल देता है अधंकार में
आईजी विकास कुमार ने कहा कि मादक पदार्थो की तस्करी एक तरह से अंधी गुफा है जिसमें जहर के सौदागरो का यह धंधा है जो पूरी पीढ़ी का भविष्य और सपनों को स्वाहा कर देता है. लोगों को पता नहीं चलता कि वह इस लत के शिकार हो जाते हैं और यह लत इनको पूरी तरह से नेस्तनाबूत कर देता है. उसी के चलते पूरी राजस्थान पुलिस ने इसको लेकर जंग छेड रखी है. मारवाड इलाके में यह प्रवृति बीते कुछ समय में ज्यादा देखने को मिली है. यह खेप उड़ीसा से आ रही थी. आमतौर पर इस इलाके में चित्तौड़गढ़, मनसोर, मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा है वहां से अफीम और इस तरह की चीज आती थी. यह उड़ीसा जिले से इतनी भारी खेप गांजे की आ रही है. नशे का व्यापार ढ़ाया या जा रहा है.
समाज और संस्थाओं को नशे के आतंक के खिलाफ खड़े होने की जरूरत
आईजी विकास कुमार की माने तो नशे का व्यापार को फलने फूलने का अवसर मिलेगा तो पूरी पीढी समाप्त हो जाएगी. इसलिए इसपर सभी को कमर कस कर कंधे से कंधा मिलाकर न केवल पुलिस,पुलिस तो कर ही रही है केन्द्रीय और स्टेट एजेंसिया भी कर रही है. इसमें समाज के लोगो और समाजसेवी संस्थाओं को इस नशे के आतंक के खिलाफ खडा होना होगा.
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FIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 07:14 IST