छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातक सेमेस्टर-1 सीबीसीएस परीक्षा 2023 (सत्र 2023-27) के परीक्षा प्रपत्र भरने की तिथि विश्वविद्यालय प्रशासन में विलंब शुल्क के साथ विस्तारित किया है. जेपीवि के कुलपति प्रो.(डा.)परमेंद्र कुमार बाजपेई के निर्देश पर परीक्षा नियंत्रक डा. दिलीप कुमार द्वारा परीक्षा फार्म भरने की तिथि विस्तारित करते हुए एक से चार जुलाई निर्धारित किया है.
इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक ने छपरा,सिवान एवं गोपालगंज के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य/प्रभारी प्राचार्य को पत्र भेजा है. प्राचार्य को भेजे गए पत्र के माध्यम से कहा है. कि विलंब शुल्क के परीक्षा प्रपत्र एक से चार जुलाई 24 तक भरा जाएगा, परीक्षार्थी विश्वविद्यालय के वेबसाइट jpv.ac.in पर आनलाइन भरकर इसकी प्रिंट कापी निकाल कर संबंधित कागजात के साथ महाविद्यालय में सत्यापित कर जमा करेंगे.
परीक्षा फार्म के साथ दो सौ रुपया विलंब शुल्क भी देना होगा. इसके पहले बिना विलंब शुल्क के परीक्षा प्रपत्र 15 जून से 20 जून 24 तक परीक्षा फार्म भर गया था. परीक्षा प्रपत्र भरने का शुल्क 600 रुपये है. वहीं 200 रुपया विलंब शुल्क के साथ परीक्षा प्रपत्र 21से 30 जून 24 तक भरा गया, अब इसे विस्तारित करके चार जुलाई कर दिया गया है. महाविद्यालय में नामांकन करने वाले परीक्षार्थी विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर आनलाइन भरकर इसकी प्रिंट कापी निकाल कर संबंधित कागजात के साथ महाविद्यालय में सत्यापित करने के बाद जमा करना होगा.
महाविद्यालय के P.R.O प्रो राजेश पांडे ने बताया कि इस संबंध में सभी महाविद्यालय को निर्देश दिया गया है कि बिना पंजीयन के किसी भी छात्र का परीक्षा पर पत्र सत्यापित कर अग्रसारित नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि परीक्षा नियंत्रक द्वारा भेजें पत्र में महाविद्यालयों को कहा गया है कि परीक्षा प्रपत्रों की समेकित सूची के सत्यापन के उपरांत पेनड्राइव के माध्यम से विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग में छह जुलाई 24 तक अवश्य जमा कर दे, कहा कि परीक्षा प्रपत्र अग्रसरित करने के पूर्व प्राचार्य अथवा उनके द्वारा अधिकृत व्यक्ति अपने स्तर से स्पष्ट होलेगे की परीक्षा प्रपत्र की सभी प्रविष्टियों को सही-सही भरी गईं हैं. उसके बाद छात्र अपने कागजात को जमा करेंगे. बताया कि परीक्षा प्रपत्र को संकायवार छात्रों की समेकित सूची दो प्रतियों क्रमांकवार एवं विषयवार जमा जमा करना होगा. सभी छात्र को अनिवार्य रूप से उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा जारी नियम को पालन करना होगा.
FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 17:35 IST