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Karawal Nagar News: करावल नगर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार कपिल मिश्रा की मुश्किलें क्या कम हो गई हैं? क्या मोजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट की नाराजगी दूर होने के बाद बीजेपी अपना मजबूत किला बचा लेगी?
नई दिल्ली. करावल नगर सीट को लेकर बीजेपी के अंदर जो संग्राम छिड़ा था, वह लगभग अब थम गया है. बीजेपी ने करावल नगर सीट से मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटकर बीजेपी के फायर ब्रांड नेता कपिल मिश्रा को टिकट दे दिया था. टिकट कटने से बीजेपी विधायक बिष्ट नाराज ही नहीं हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया था. लेकिन, रविवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिष्ट से मुलाकात कर उन्हें मना लिया. नड्डा ने न केवेल बिष्ट को मना लिया बल्कि पार्टी की तीसरी सूची में मोहन सिंह बिष्ट को मुस्ताफाबाद सीट से मैदान में उतार भी दिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या पहाड़ी वोटर्स कपिल मिश्रा के नाम पर मान जाएंगे? क्या मोहन सिंह बिष्ट कपिल मिश्रा के पक्ष में वोट मांगेंगे? हर हालत में करावल नगर सीट से चुनाव लड़ने का जिद करने वाले मोहन सिंह बिष्ट को नड्डा ने कैसे मनाया? नड्डा ने कौन सा ऐसा मंत्र दिया, जिससे बिष्ट मान गए?
दिल्ली में बीजेपी के सबसे मजबूत गढ़ों में से एक करावल नगर सीट को लेकर विवाद अब थम गया है. बीजेपी करावल नगर सीट साल 1993 से जीतती आ रही है. इस बीच एक बार साल 2015 में कपिल मिश्रा ने ही आम आदमी पार्टी के टिकट पर बीजेपी कैंडिडेट मोहन सिंह बिष्ट को यहां से परास्त किया था. कपिल मिश्रा पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे. लेकिन, 2020 के चुनाव में बीजेपी ने कपिल मिश्रा को करावल नगर की जगह मॉडल टाउन से कैंडिडेट बनाया था. लेकिन, मिश्रा चुनाव हार गए. वहीं, मोहन सिंह बिष्ट करावल नगर सीट जीत गए. लेकिन, इस चुनाव में बीजेपी ने मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटकर कपिल मिश्रा को उम्मीदवार बना दिया. इससे बिष्ट नाराज हो गए.
क्या करावल नगर जीत रही है बीजेपी?
ऐसे में बीजेपी ने अपने इस मजबूत किले को बचाने के लिए मोहन सिंह बिष्ट को मना लिया. बता दें कि रविवार को जब दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी तीसरी लिस्ट जारी की तो बहुतों को अचरज हुआ. दरअसल, बीजेपी की इस लिस्ट में मात्र एक नाम था. वह नाम था करावल नगर से टिकट कटने वाले मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट को मुस्तफाबाद से टिकट मिलना. करावल नगर से मोहन सिंह बिष्ट अब तक कुल पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं. लेकिन, बीजेपी की दूसरी सूची में बिष्ट का नाम नहीं होने से बीजेपी थिंक टैंक ने पार्टी आलाकमान को इसके परिणाम के बारे में बताया तो नड्डा एक्शन में आ गए.
नड्डा ने क्या कपिल मिश्रा की राह आसान कर दी?
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा सहित कई नेता और सांसदों ने पार्टी के वरीय अधिकारियों से बात की. सूत्रों की मानें तो बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बिष्ट की मुलाकात कराई. मनोज तिवारी इसी इलाके के सांसद भी हैं. ऐसे में नड्डा ने बिष्ट को समझाया और कहा कि क्योंकि अब कपिल मिश्रा की उम्मीदवारी का ऐलान हो चुका है. ऐसे में अगर कपिल मिश्रा को बदलकर आपको उम्मीदवार बनाया गया तो यह मैसेज गलत जाएगा. आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को भुनाकर दूसरी सीटों पर भी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए आप अपनी पसंद की सीट बताएं. इस पर मोहन सिंह बिष्ट ने मुस्ताफाबाद का नाम लिया और पार्टी ने तुरंत ही उसपर सहमति देते हुए तीसरी लिस्ट जारी कर दी.
मोहन सिंह बिष्ट ने टिकट कटने के बाद बगावती तेवर अपनाते हुए कहा था, ‘पार्टी ने उनको टिकट नहीं देकर चुनौती दी है. इस फैसले से बीजेपी को कई सीटें गंवानी पड़ सकती हैं. उत्तराखंडी वोटर्स करावल नगर के अलावा बुराड़ी, पटपड़गंज, मुस्तफाबाद, गोकलपुरी विधानसभी सीटें हैं. दिल्ली में उत्तराखंड से जुड़े संगठनों का दावा है कि कम से कम 20-25 लाख पहाड़ी वोटर्स हैं. दिल्ली में तकरीबन 6 फीसदी उत्तराखंडी वोटर्स हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या आने वाले दिनों में करावल नगर में पहाड़ी वोटर्स बीजेपी के साथ ही बने रहेंगे या फिर बिष्ट का टिकट काटने का बदला लेंगे?
Delhi Cantonment,New Delhi,Delhi
January 13, 2025, 18:25 IST