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Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में स्नान करने के लिए ग्वालियर से एक बुजुर्ग संत भी रवाना हो चुकी हैं. उनकी उम्र 92 साल है और इस उम्र में भी उनमें गजब की आस्था है. देखिए जाते-जाते क्या कहा…
ग्वालियर: महाकुंभ 2025 में अद्भुत नजारे देखने को मिल रहे हैं. प्रयागराज में शुरू होने वाले दुनिया के सबसे बड़े मेले में इस बाद देश-विदेश से संत-श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. महाकुंभ की अमृत बेला का लाभ उठाने के लिए ग्वालियर से 92 वर्ष की एक संन्यासिनी भी महाकुंभ मेले में जा रही हैं और वहां मकर संक्रांति को स्नान करेंगी. संन्यासिनी जूना अखाड़े से जुड़ी हैं और वहीं निवास करेंगी.
हनुमान घाटी पर महंत शांति बाई का आश्रम है, जहां पर मंदिर में ये कनक बिहारी जी की पूजा करती हैं. पति की मृत्यु के बाद इन्होंने संन्यास ले लिया था. संन्यास लेने के बाद कई वर्ष तक इन्होंने सिर्फ फलाहार करके ही जीवन बिताया. महंत शांति बाई ने बताया कि महाकुंभ में स्नान करने का बहुत बड़ा पुण्य होता है. हर व्यक्ति को अपनी क्षमता अनुसार एक बार महाकुंभ में स्नान अवश्य करना चाहिए. महंत शांति बाई सभी कुंभ में स्नान करने जा चुकी हैं. उनका कहना है कि महाकुंभ में स्नान से मुक्ति प्राप्त होती है.
संन्यासिनी ने कहा, उम्र से कुछ नहीं होता
महंत शांति बाई की उम्र लगभग 92 साल है. इस उम्र में भी वह अपने शिष्यों के साथ महाकुंभ के स्नान करने जा रही हैं. जब हमने उनसे पूछा कि क्या आपको इस उम्र में आने-जाने में कोई समस्या आती है तो उन्होंने कहा, उम्र सिर्फ हमारे आपके सोचने का एक नजरिया भर है. किसी भी व्यक्ति का यदि मन संकल्प से भरा हुआ है तो वह किसी भी उम्र में कोई भी कार्य कर सकता है. महंत शांति बाई ने बताया कि महाकुंभ में 100 वर्ष से ऊपर के संन्यासी भी स्नान करने के लिए आते हैं. ईश्वर की कृपा से कुछ भी संभव हो सकता है.