जोधपुर. RAS अफसर प्रियंका बिश्नोई के मौत के मामले में राजस्थान सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच कमेटी ने आज अपनी रिपोर्ट पूरी कर ली है. अब उच्च स्तरीय जांच कमेटी, सरकार को अपनी रिपोर्ट सौपेंगी. इसके बाद यह तय हो पाएगा कि अस्पताल प्रशासन डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज होगी या नहीं ? गौरतलब है कि 3 सितंबर को जोधपुर में सहायक जिला कलेक्टर पद पर काम कर चुकी प्रियंका बिश्नोई का जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में बच्चेदानी में गांठ का ऑपरेशन किया गया था. इसके बाद वह कभी होश में नहीं आईं.
हालांकि प्रियंका बिश्नोई को 5 सितंबर को अहमदाबाद शिफ्ट किया गया था. इसके बाद 18 सितंबर को इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली थी. प्रियंका बिश्नोई के ससुर ने इस मामले में 15 सितंबर को एक लिखित शिकायत जिला कलेक्टर को सौंपी थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि प्रियंका के ऑपरेशन के दौरान एनेस्थीसिया यानी बेहोश करने की दवा ज्यादा मात्रा में दे दी गई जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ी.
हाई लेवल की जांच कराने की बताई थी जरूरत
इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने एक जांच कमेटी का गठन किया जिसमें अलग-अलग विभाग के विषय विशेषज्ञ पांच डॉक्टर्स को सम्मिलित किया गया. इस कमेटी ने अपनी जांच पेश करते हुए बताया कि हालांकि अस्पताल प्रशासन की तरफ से जानबूझकर कोई लापरवाही सामने नहीं आई लेकिन इस मामले की उच्च स्तर पर जांच करने की आवश्यकता है. इसके बाद सरकार ने एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया था जिसमें जयपुर के एसएमएस अस्पताल के तीन डॉक्टर और जोधपुर के एम्स अस्पताल के दो डॉक्टरों को सम्मिलित किया.
एम्स अस्पताल में प्रियंका बिश्नोई की मौत की जांच
इस जांच कमेटी ने आज एम्स अस्पताल में प्रियंका बिश्नोई की मौत की जांच की है. सूत्रों की माने तो प्रियंका बिश्नोई की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर करीब डेढ़ घंटे तक जांच कमेटी ने विचार-विमर्श किया. इसके बाद कमेटी के सभी सदस्यों ने अपनी-अपनी राय लिखित में दी. इसके बाद वसुंधरा अस्पताल यह उच्च स्तरीय जांच कमेटी पहुंची जहां अस्पताल की बारीकी से जांच की गई. अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर की जांच भी की गई. इसके अलावा ऑपरेशन के दौरान उपस्थित रहे सभी कर्मचारियों को बुलाकर अलग-अलग पूछताछ की गई. यह कमेटी कल सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई
इसके बाद यह पता चल पाएगा कि अस्पताल प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है या नहीं ? किसी भी अस्पताल या चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पहले जांच कमेटी का गठन कर उसकी रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाता है. ऐसे में प्रियंका के परिवार सहित अस्पताल प्रशासन को भी इस उच्च स्तरीय जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार है.
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FIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 23:28 IST